भारतीय रेलवे ने सफलता पूर्वक दुनिया की सबसे बड़ी रेलवे भर्ती आयोजित करने का कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2018 फरवरी माह में रेलवे ने ग्रुप सी असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) और ग्रुप डी के पदों पर 1.27 लाख भर्तियां निकाली थी। इन पदों के लिए 2.4 करोड़ आवेदन आए थे। रेलवे ने इन पदों के लिए परीक्षा के तमाम चरण पूरी सफलता के साथ आयोजित किए। एएलपी के 64,371 पदों पर 47.45 लाख उम्मीदवारों ने और ग्रुप डी लेवल – 1 के 63,202 पदों के लिए 1.9 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इन आंकड़ों ने इस भर्ती को दुनिया की सबसे बड़ी भर्ती बना दिया।
पिछले साल 9 अगस्त से 4 सितंबर के बीच देश के 166 शहरों में 440 केंद्रों पर 11 दिनों के भीतर 33 शिफ्टों में असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्नीशियन भर्ती परीक्षाएं (सीबीटी – कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) आयोजित किए गए। करीब 36.42 लाख उम्मीदवार एग्जाम में बैठे। एएलपी टेक्नीशियन की सेकेंड स्टेज परीक्षा 21 जनवरी, 2019 से 23 जनवरी, 2019 तक 9 शिफ्टों में आयोजित हुई। इसमें 88 फीसदी अटेंडेंस रही। 17,500 पदों पर चयनित पैनल रेलवे में तैनात कर दिया गया है। मेडिकल अपीलों के कारण शेष पदों पर उम्मीदवार का नियुक्त किया जाना अभी बाकी है। रेल मंत्रालय ने कहा कि शेष नियुक्तियों के लिए जल्द ही जोनल रेलवे को कहा जाएगा। इसमें 1.90 करोड़ योग्य उम्मीदवारों में से 1,17,14,754 परीक्षा में बैठे। इसके बाद पीईटी व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हुआ।
RRB Group D (रेलवे लेवल-1) की भर्ती परीक्षा (सीबीटी) 17 सितंबर 2018 से शुरू हुई और 17 दिसंबर, 2018 को संपन्न हुई। परीक्षा 51 दिनों में 152 शिफ्टों में देश के 16 शहरों में 405 केंद्रों पर आयोजित हुई। इसमें 1.90 करोड़ योग्य उम्मीदवारों में से 1,89,82,719 ने सीबीटी परीक्षा में हिस्सा लिया। रिजल्ट आया और उसके बाद पीईटी व डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन एवं मेडिकल एग्जामिनेशन हुआ। ग्रुप डी की 53000 पदों पर नियुक्तियां की जा चुकी हैं। शेष पदों पर नियुक्तियां जारी हैं। इस बाबत भी जोनल रेलवे को जल्द ही कहा जाएगा।
जूनियर इंजीनियर भर्तियों के लिए भी रेलवे ने मई-जून 2019 में भर्ती परीक्षा (फर्स्ट स्टेज सीबीटी) आयोजित की थी। इसमें 62.5% उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। दूसरा स्टेज अगस्त सितंबर में हुआ। जल्द ही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू होगी।