उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में रविवार को बाबा नीब करौरी महाराज के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया गया। श्रद्धा और आस्था से सराबोर इस पावन अवसर पर देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए धाम पहुंचे।
रविवार सुबह 5:00 बजे से बाबा के दरबार में मालपुए का प्रसाद वितरण शुरू होते ही मेला आरंभ हो गया। श्रद्धालुओं की लंबी कतारें कैंची धाम के मुख्य द्वार से दो किलोमीटर तक फैली देखी गईं। रिमझिम बारिश के बीच श्रद्धालु “बाबा नीब करौरी महाराज की जय” के जयकारों के साथ मंदिर तक पहुंचते रहे।
श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा हल्द्वानी रोडवेज बस स्टेशन, केमू स्टेशन और काठगोदाम रेलवे स्टेशन से विशेष शटल सेवा चलाई जा रही है। यह सेवा सुबह 4:00 बजे से चालू हो गई थी और पूरे दिन चलती रही। सिटी मजिस्ट्रेट ए.पी. वाजपेयी ने बताया कि अब तक लगभग 160 शटल वाहन श्रद्धालुओं को कैंची धाम तक पहुंचा चुके हैं।
ट्रेन से काठगोदाम स्टेशन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सीधे शटल सेवा द्वारा मंदिर तक भेजा जा रहा है। भारी भीड़ और सुरक्षा के दृष्टिकोण से दोपहिया वाहनों के धाम तक प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। काठगोदाम से रानीबाग तिराहे तक चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जहां बिना अनुमति वाले वाहनों को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा।
जिलाधिकारी स्वयं शटल सेवा से कैंची धाम पहुंचीं और पूरे आयोजन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मंदिर परिसर के आसपास भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल और प्रशासन की टीमें पूरी तरह सक्रिय रहीं। भीमताल, भवाली और नैनीताल जैसे प्रमुख स्थलों पर श्रद्धालुओं के निजी वाहनों को रोका गया और उन्हें शटल द्वारा आगे भेजा गया।
ट्रैफिक डायवर्जन के जरिए कैंची धाम के पास अनावश्यक जाम की स्थिति से बचा गया। हर मोर्चे पर प्रशासन की सतर्कता और बेहतर प्रबंधन के चलते श्रद्धालुओं को सुविधाजनक दर्शन का अनुभव प्राप्त हुआ।







