देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी से करीब 30 किमी दूर भानियावाला क्षेत्र में शुक्रवार को आबादी के बीच एक गुलदार के घुस आने से दहशत फैल गई। इसने डिप्टी रेंजर समेत 7 कर्मचारियों और एक सभासद को घायल कर किया। वन विभाग की टीम ने 11 घंटे बाद इसका रेस्क्यू किया।
गुलदार को सबसे पहले सुबह करीब 9 बजे के आसपास आबादी क्षेत्र में देखा गया। इस पर लोग आसपास इकट्टा हुए तो उद्यान विभाग की झाड़ियों में छिपे गुलदार ने दो लोगों पर झपट्टा मार दिया।
गुलदार के घुस आने की सूचना पर देहरादून से ट्रेंकुलाइज गन के साथ रेस्क्यू टीम भेजी गई। इसी बीच जब रेस्क्यू टीम इलाके का जायजा ले रही थी तो गुलदार ने रेस्क्यू टीम पर ही हमला बोल दिया। हमले में रेस्क्यू टीम में शामिल डॉ. राकेश नौटियाल, एक फ़ॉरेस्ट गार्ड समेत छह लोग घायल हो गए। पूरी घटना में नौ लोग घायल हुए। अासपास भीड़ हाेने के कारण गुलदार को काबू करने में काफी दिक्कते आईं, जिसके बाद डीएफओ राजीव धीमान खुद मौके पर पहुंच गए। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस फोर्स भी बुला ली गई।
दोपहर बाद करीब एक बजे पशु चिकित्सक डा. राकेश नौटियाल झाड़ियों के आसपास गुलदार को तलाश रहे थे। तभी एकाएक झाड़ियों से निकल गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। गुलदार को देख डा. नौटियाल, फॉरेस्ट विभाग के साहिल खान, सरदार राजेंद्र सिंह वहां से भागे। इस दौरान उन्हें मामूली चोट भी आई। इस बीच डा. नौटियाल ने ट्रैंकुलाइज गन से गुलदार पर निशाना लगाने कोशिश भी की, लेकिन तब वह ओझल हो गया। गुलदार को झाड़ियों से निकालने के लिए वन विभाग की टीम ने तीन बार हवाई फायर भी किए। इस दौरान हाथ में छर्रे लगने से रेस्क्यू टीम के दो सदस्य जितेंद्र बिष्ट और अरशद खाल घायल भी हो गए।
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कुछ देर बाद टीम को झाड़ियों में हलचल दिखाई दी। शोरगुल के बीच गुलदार झाड़ियों से निकल एक खेत की ओर भागा। इतनी देर में डा. अमित ध्यानी ने गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर दिया।