न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली।
प्राइवेट के बाद अब सभी सरकारी बैंकों ने भी डोर स्टेप बैंकिंग शुरू कर दी है। इसके तहत खाताधारक घर बैठे नकदी, चेक, ड्राफ्ट लेन-देन, लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए न्यूनतम 88.50 रुपये का भुगतान करना होगा।
स्टेट बैंक ने सीनियर सिटीजन और दिव्यांगजनों के लिए सबसे पहले डोर स्टेप बैंकिंग शुरू की थी। अब सभी सरकारी बैंक इस सुविधा को शुरू करने जा रहे हैं। पहली अक्टूबर से इसका विधिवत शुभारंभ हो जाएगा। शुरुआती तौर पर यह सुविधा बैंकों की सभी शाखाओं में उपलब्ध नहीं होगी। धीरे-धीरे इसको सभी शाखाओं में विस्तारित किया जाएगा। खाताधारक अपनी ब्रांच में खुद को इस सुविधा का लाभ लेने के लिए पंजीकृत करेंगे। इसके बाद बैंक आपके पास अपने कर्मचारी को भेजेगा। इसके लिए आपको हर बार भुगतान करना होगा। अलग-अलग सुविधाओं के लिए अलग-अलग दर तय की गई है। न्यूनतम दर 88.50 रुपये है।
हर सेंटर पर 100 लोगों को मिलेगी सुविधा
शुरू में हर सेंटर पर 100 ग्राहकों को यह सुविधा दी जाएगी। इसमें भी 50 प्रतिशत दिव्यांग और सीनियर सिटीजन होंगे। खाताधारकों की मांग के आधार पर इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। खाताधारक का बैंक ब्रांच से 5 किलोमीटर की परिधि में रहना आवश्यक है।
पांच ब्रांच में शुरू कर रहे हैं सेवा
यूनियन बैंक के रीजनल मैनेजर ने बताया कि अभी पांच ब्रांच में यह सुविधा शुरू की जा रही हैं। इसके लिए ग्राहकों को एक निश्चित फीस देनी होगी। कोरोना काल में यह सुविधा बेहद लाभकारी है। बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए तो यह सबसे अधिक सुविधाजनक साबित होगी।
80 साल से अधिक वालों को पहले ही सुविधा
स्टेट बैंक के डीजीएम अमरेश झा ने बताया कि 80 साल से अधिक आयु वाले लोगों और दिव्यांग जनों के लिए यह सुविधा पहले से ही चल रही थी। अब अन्य लोगों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। मुख्यालय से मिले निर्देश के अनुसार इसको शुरू किया जायेगा।