Big breaking : पूर्णागिरि मंदिर जाने पर प्रशासन ने लगाई रोक, पढ़िये इस वजह से उठाना पड़ा अफसरों को यह कदम

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चम्पावत : मौसम का मिजाज बदलते ही अब पहाड़ आने वाले पर्यटकों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। विगत तीन दिन से हो रही बारिश के कारण पूर्णागिरि मार्ग पर बोल्डर और पत्थर लगातार गिर रहे हैं। मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट के बाद सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने 20 जुलाई तक श्रद्धालुओं के पूर्णागिरि आगमन पर रोक लगा दी है। वहीं सोमवार सुबह टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे पर भरतोली के पास मलबा गिरने से एक घंटे तक एनएच बाधित हो गया। इधर, मार्ग बाधित होने से दर्जनों पर्यटक वाहन रास्ते के फंसे हुए हैं।

टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि पूर्णागिरि मार्ग ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक बंद है। हनुमान चट्टी, जगदंबा मोड़, टुन्यास आदि क्षेत्रों में पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। जिसे देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिए मंगलवार तक पूर्णागिरि यात्रा पर रोक लगा दी गई है। एसपी लोकेश्वर सिंह ने चल्थी चौकी प्रभारी को टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर संवेदनशील स्थानों पर पुलिस की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं।

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ठुलीगाड़ के पास अभी भी फंसे श्रद्धालु

रविवार को हनुमान चट्टी के पास आए मलबे को देर रात हटा लिया गया था। लेकिन प्रशासन ने रास्ते में फंसे श्रद्धालुुओ को सुरक्षा की दृष्टि से रात में नहीं जाने दिया। सोमवार को ठुलीगाड़ और भैरव मंदिर के पास फिर से मलबा आ गया। सोमवार सुबह 10 बजे तक लखनऊ, पीलीभीत, मुरादाबाद, शाहजहांपुर आदि स्थानों से पूर्णागिरि आए श्रद्धालुओं के दो दर्जन से अधिक वाहन ठुलीगाड़ में ही फंसे हुए थे। पूर्णागिरि जाने पर रोक लगने के बाद अब श्रद्धालुओं को बिना दर्शन के ही वापस लौटना पड़ेगा।