नई दिल्ली : जिस पुलिस से हम सुरक्षा की उम्मीद करते हैं, वही अगर खतरा बन जाए तो सवाल उठना लाजिमी है। दिल्ली में एक ऐसा ही बड़ा मामला सामने आया है। यहां दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन के तीन सिपाही कारोबारियों और धनपतियों को डरा-धमकाकर उनको लूटने का काम कर रहे थे। नहीं मानने पर उनका अपहरण तक करने से नहीं चूकते थे। लेकिन जब मामले का खुलासा हुआ तो दो गिरफ्तार किए जा चुके है बाकी एक फ़रार चल रहा है। इस घटना से दिल्ली पुलिस भी हैरान है।
इस हैरान करने वाली घटना का खुलासा तब हुआ जब करोल बाग इलाके में जीन्स का बड़ा कारोबार करने वाले एक बड़े कारोबारी अशोक के यहां ट्रेड मार्क विभाग का अफसर बनकर 26 अगस्त को पहुंचे यह पुलिस कर्मी जीन्स का ब्रांड और कपड़ा जांचने लगे। जांच पड़ताल कर इन लोगों ने असली के नाम पर नकली कपड़ा लगाने समेत डुप्लीकेट माल बनाने का आरोप लगा दिया। इससे व्यापारी घबरा गया। घबराहट का फायदा उठाकर कारोबारी को कार में बैठाया और ले जाने लगे। इस पर कार में ही मामले को रफादफा करने की चर्चा शुरू हो गई। काफी देर तक कार में घुमाने के बाद लाखों की रकम लेकर कारोबारी को छोड़ दिया।
इसी तरह दूसरे मामले में इसी 3 सितंबर को करोलबाग के ही एक मोबाइल कारोबारी को ये लोग अगवा करके ले गए, दुकान के कर्मचारियों ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। पुलिस ने केस दर्ज कर सीसीटीवी के आधार पर आरोपी तीनों पुलिसकर्मियों प्रमोद कुमार, सुमित समेत तीनों की पहचान कर ली। पुलिस कर्मियों की संलिप्तता देख पुलिस के भी होश उड़ गए। अधीकारियों को तत्काल इसकी जानकारी दी गई। अधिकारियों के निर्देश पर दो आरोपी पुलिस कर्मी प्रमोद व सुमित को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।