Big news in uttrakhand : रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन बेचते पकड़ी गई लैब की महिला जीएम, ऐसे हुआ बड़ा खुलासा

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हरिद्वार : देवभूमि में भी कुछ लोग पैसे के लालच में इतने अंधे हो चुके हैैं कि इस संकटकाल में भी वह मानवता के दुश्मन बने हुए हैैं। उनको परेशान लोगों पर कतई दया नहीं आ रही है और पैसे कमाने के लिए कुछ भी कर रहे हैैं। हरिद्वार जिले के भगवानपुर में कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया। यहां एक लैब की जीएम नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते पकड़ी गई है। यह इंजेक्शन चंडीगढ़ से यहां आपूर्ति किए जा रहे थे। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

एक जागरुक पीडि़त ने मंगलवार को भगवानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट को गोपनीय सूचना देकर बताया कि भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक लैब में जीएम के पद पर तैनात एक महिला नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के क्रय एवं विक्रय का काम कर रही है। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र ङ्क्षसह राणा को भी यह जानकारी दी गई। इस पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया और इसको पकडऩे के लिए आनन-फानन में फिल्डिंग सजाई गई। महिला को थाने बुलवाकर पूछताछ की गई। महिला के पास से चार नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद हुए। इंजेक्शन की शीशी और लेबल ओरिजनल शीशी से अलग है। ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र ङ्क्षसह इंजेक्शन ने सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए हैं। महिला का नाम कनिका निवासी सिविल लाइंस रुड़की है। महिला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। महिला ने  एक युवक का नाम शाहबा निवासी आजाद नगर, यमुनानगर, हरियाणा बताया, जबकि दूसरा इसी का साथी है। महिला उसका नाम नहीं बता पाई। आरोपितों की तलाश में एक पुलिस टीम रवाना हो गई है। आरोपित महिला का चालान कर उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। फरार आरोपितों के पकड़े जाने के बाद ही पता चल सकेगा कि वह नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन कहां से लाते थे।