न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। राजधानी देहरादून में एक छात्रा अपने हाथ नहीं, बल्कि पैरों से लिखकर अपनी तकदीर बदल रही है। राजधानी के डीएवी पीएजी कॉलेज के परीक्षा कक्ष में इस छात्रा पैर से कॉपी में परीक्षा में पूछे गए सवालों का जवाब लिखने (ankita writing with feet) का वीडियो वायरल हुआ है। छात्रा का नाम अंकिता तोपाल है और वह यहां एमए इतिहास के प्रथम सेमेस्टर का पेपर दे रही है।
अंकिता (ankita writing with feet) मूल रूप से चमोली गढ़वाल कर्णप्रयाग ब्लाक के विदोली गांव की रहने वाली है। उसके पिता प्रेम सिंह तोपाल टिहरी में आइटीआइ में इंस्ट्रक्टर हैं। अंकिता से एक भाई बड़ा और एक छोटा है। अंकिता ने बताया कि जन्म से ही उसके दोनों हाथ कमजोर थे। माता पिता ने उनका इलाज कराया, लेकिन सफलता नहीं मिली। ऐसे में जब वह स्कूल गई तो लिखने में परेशानी होने लगी। हाथ से लिखने में समय काफी लग रहा था और लिखते समय हाथ में कंपन भी होती थी।
ऐसे में अंकिता ने खुद ही पैरों से लिखने (ankita writing with feet) का अभ्यास शुरू कर दिया। माता पिता और अन्य लोगों ने भी इसमें उसकी मदद की और उसे प्रेरित किया। फिर पता ही नहीं चला कि वह कब पैरों से लिखना सीख गई। धीरे-धीरे लिखने की स्पीड भी बढ़ती चली गई। अंकिता की शुरुआती शिक्षा गांव के ही प्राइमरी स्कूल से हुई। पांचवी के बाद देवाल में बालिका जूनियर हाई स्कूल से उसने दसवीं पास की। फिर ऋषिकेश में गर्ल्स विद्या मंदिर ढालवाला एस से इंटरमीडिएट और एमकेपी महाविद्यालय देहरादून से स्नातक किया। इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएट के लिए देहरादून में डीएवी पीजी कॉलेज में प्रवेश लिया। यहां से वह इतिहास विषय से एमए कर रही हैं।
देहरादून में पढ़ाई के लिए अंकिता (ankita writing with feet) अपनी माता के साथ धर्मपुर स्थित सुमननगर में किराए के मकान में रह रही है। अंकिता ने बताया कि पढ़ाई के साथ ही वह आइएएस की तैयारी कर रही हैं। साथ ही नेट की भी तैयारी कर रही हैं।
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