सौरभ बजाज, हल्द्वानी
शहर के उपकारागार में काशीपुर निवासी बंदी की मौत की जांच शुरू हो गई है। हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने हल्द्वानी में डेरा डाल दिया है। गुरुवार को सीबीआई की नौ सदस्यीय टीम उपकारागार पहुंची और इस मामले में आरोपी बनाए गए बंदी रक्षकों के बारे में जानकारी जुटाई। कई दस्तावेज भी खंगाले।
छेड़छाड़ के एक मामले में काशीपुर निवासी युवक को गिरफ्तार हल्द्वानी उपकारागार में बंद किया गया था। इसी साल छह मार्च को उसकी तबीयत खराब हो गई और अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई। तभी मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया था कि उसके पति की मौत बंदीरक्षकों की पिटाई के कारण हुई है। क्योंकि उसके शरीर पर चोट के कई निशान थे। इसे लेकर उसने चार बंदीरक्षकों के खिलाफ शिकायत की थी, मगर पुलिस ने मुकदमा ही नहीं दर्ज किया। इस पर वह कोर्ट पहुंच गई तो निचली अदालत के आदेश पर मुकदमा तो दर्ज हो गया, मगर छह महीने बाद भी पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई ही नहीं।
इस पर मृतक बंदी की पत्नी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हाई कोर्ट के आदेश पर ही इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है, जिसके तहत गुुरुवार को सीबीआई टीम डिप्टी एसपी राजीव चंदोला के नेतृत्व में हल्द्वानी जेल पहुंची। उप कारागार के अधीक्षक एसके सुखीजा ने बताया कि सीबीआइ ने बंदी से संबंधित कागजात तलब किए। दोपहर से रात नौ बजे तक करीब छह घंटे सीबीआइ ने बातचीत की।
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