नई दिल्ली। एक अप्रैल से देश के सात सरकारी बैंकों की पुरानी चेक बुक, पासबुक और इंडियन फाइनेंशियल सर्विस कोड (आइएफएससी) अमान्य हो जाएंगे। यानी आप अपनी पुरानी चेकबुक के जरिए किसी भी तरह ट्रांजेक्शन नहीं कर पाएंगे। इसलिए अगर आपका खाता भी इन बैंकों में है तो इसी महीने चेकबुक के साथ ही पासबुक भी बदलवा लें। इन सात बैंकों का दूसरे बैंकों में विलय हो चुका है। इसलिए इनका आइएफएससी व एमआइसीआर कोड भी बदल गया है, जिस कारण बैंकिंग सिस्टम पुराने चेक को अमान्य कर देगा।
ये हैं ये सात बैंक
देना बैंक और विजया बैंक। इनका बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय किया गया है।
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया। इनका विलय पंजाब नेशनल बैंक में हुआ है।
इंडियन बैंक। इसका विलय इलाहाबाद बैंक में किया गया है।
आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक। इनका विलय यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में किया गया है।
केनरा बैंक दे रहा जून तक का मौका
ऊपर के सात बैंकों की तरह सिंडिकेट बैंक का विलय भी केनरा बैंक में किया जा चुका है, मगर यहां सिंडिकेट बैंक के ग्राहकों को चेकबुक बदलने के लिए 30 जून तक की मोहलत मिली है। केनरा बैंक ने कहा है कि जून के बाद ग्राहकों को नई चेकबुक लेनी ही होगी।