खटीमा गोलीकांड की बरसी पर शहीदों को मुख्यमंत्री ने किया याद, बोले-अगली बरसी स्मारक स्थल पर ही मनेगी

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न्यूज जंक्शन 24, खटीमा

खटीमा में मंगलवार को शहीद राज्य आंदोलनकारियों की बरसी मनाई गई। जिसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऑनलाइन श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन हो या फिर देश की रक्षा का मामला। हर क्षेत्र में सीमांत खटीमा के जवानों ने अपना योगदान बढ़चढ़ कर किया है। जो हमेशा अविस्मरणीय रहेगा। मुख्यमंत्री की ओर से एसडीएम सितारगंज मुक्ता सिंह ने पुरानी तहसील परिसर में पहुंचकर शहीद स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी ।
मुख्यमंत्री रावत ने श्रद्धांजलि देते कहा कि उनका प्रयास था कि वह खुद आकर इस बार खटीमा में शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दें, लेकिन किन्हीं कारणवश उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक पुष्कर सिंह धामी की सराहना करते हुए कहा कि वह अक्सर क्षेत्र की समस्याओं को लेकर जूझते हैं। धामी जी ने खटीमा में वर्षों पुरानी शहीद स्मारक स्थल और शहीद सैन्य धाम के निर्माण मांग से अवगत कराया है। उनका प्रयास रहेगा कि इनका निर्माण इसी साल पूरा हो और वह खुद आकर शिलापूजन करें।
विधायक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्यमंत्री की ईच्छा स्वयं आने की थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते उनके आने का कार्यक्रम तय नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सीमांत की भावनाओं को समझते हैं और उनका वादा है कि सबकुछ सही रहा तो इस साल दोनों स्मारकों का निर्माण शुरू हो जाएगा।

सीएम के वादे से राज्य आंदोलनकारियों की बांछें खिलीं

शहीद राज्य आंदोलनकारियों की बरसी पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान उन्होंने शहीद स्मारक स्थल और शहीद सैन्य धाम के निर्माण का वादा कर आंदोलनकारियों की बांछें खिला दी हैं। पुराने तहसील परिसर में शहीद स्मारक स्थल और शहीद सैन्य धाम के निर्माण के आश्वासन से गदगद राज्य आंदोलनकारियों ने कहा कि यह सीमांत का भावनात्मक मुद्दा है। इस पर विधायक धामी का प्रयास और मुख्यमंत्री का भरोसा सराहनीय है। पूरी उम्मीद है कि विधायक धामी के प्रयासों से इसका निर्माण हो सकेगा।