बरेली। लॉकडाउन में ऑनलाइन कक्षाओं से अभिभावक परेशान नजर आ रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि लगातार छह घण्टे की ऑनलाइन कक्षाओं के कारण बच्चों के सर और आंखों में दर्द होने लग रहा है। सिर्फ बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए ही ऑनलाइन कक्षाओं के प्रावधान की मांग की गई है।
लॉकडाउन में नया सत्र शुरू नहीं हो पाया तो स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी। कुछ स्कूल अपने छात्रों के लिए वीडियो बनाकर भेज रहे हैं तो कुछ लाइव कक्षाओं का संचालन कर रहे हैं। कई स्कूलों ने तो लगातार पांच से छह घंटे लाइव कक्षाएं चला रखी हैं।
अभिभावक संघ के पास जब इस तरह की शिकायतें आई तो प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने फेसबुक पर और भी अभिभावकों की राय ली। लगभग सभी ने इतनी देर तक लाइव कक्षा का समर्थन नहीं किया। अभिभावकों के हिसाब से बच्चों की आंखों और सर में भी दर्द होता है। बच्चे दिनभर थका हुआ महसूस करते हैं। बच्चे चिड़चिड़े भी होते जा रहे हैं। कुछ अभिभावकों ने यह भी कहा कि बच्चों को घंटों मोबाइल देना उनकी सेहत से खिलवाड़ करने जैसा है।
प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने कहा कि ऑनलाइन कक्षा सिर्फ बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं की ही होनी चाहिए। ऐसे किसी भी कार्य को करने की जरूरत नहीं जिससे बच्चों पर मानसिक दबाव बने या उनकी सेहत से खिलवाड़ हो।