न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। भारतीय जनता पार्टी की हल्द्वानी में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हो रही है। इसके दूसरे दिन यानी बुधवार को वंदे मातरम के साथ ही प्रदेश कार्यसमिति का शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, सभी सांसदों सहित राज्य के सभी कैबिनेट मंत्री इस बैठक में मौजूद हैं।
इस दौरान कहा गया कि सांसद और विधायक कमजोर बूथों को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। ऐसे बूथों को चिह्नित करने समेत अन्य कार्य जुलाई तक पूरे होंगे। इसके साथ ही मिशन-2024 (लोकसभा चुनाव) को लेकर भी मंथन हुआ है। सफलता के लिए क्या-क्या कदम संगठनात्मक स्तर पर उठाए जाने हैं, उस पर भी विचार-विमर्श हुआ। सांसदों के पास सौ और विधायकों के पास 25 कमजोर बूथों की जिम्मेदारी होगी। बूथ को चिह्नित करते समय एक ही बूथ सांसद-विधायक के पास न हो, उस पर बातचीत हुई। इसके बाद हार के कारणों समेत अन्य पहलुओं को पता कर कार्य होगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर लोकसभा प्रभारी, संयोजक, विस्तारक को तय कर जिम्मेदारी देने पर भी चर्चा हुई है। जिला प्रभारियों को विधानसभा स्तर और जिलाध्यक्ष को मंडल स्तर पर भेजे जाने की चर्चा हुई। मन की बात कार्यक्रम का विषय भी आया। इसमें मन की बात के जिला संयोजक के कार्य संतोषजनक न होने की बात सामने आई।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि कार्यसमिति में संगठन के 3 महीने के कार्यक्रमों की अभी से तैयारी की जाएगी। मदन कौशिक ने कहा कि कमजोर बूथों को मजबूत करने का लक्ष्य भी पार्टी पदाधिकारियों को दिया जाएगा। प्रदेश कार्यसमिति के बाद जिला और मंडल की कार्यसमिति भी आयोजित की जाएगी। प्रदेश के सभी जिलों में अगले 15 दिनों के भीतर कई बड़ी रैलियां भी आयोजित की जाएंगी। केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने पर धन्यवाद प्रस्ताव भी लाया जाएगा। साथ ही अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ने का संकल्प रखा जाएगा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि कोविड के बाद पहली बार भौतिक रूप से कार्यसमिति हो रही है। इससे पूर्व वर्चुअल कार्यसमिति हुई थी। प्रदेश कार्यसमिति होने के बाद 10 से 20 जून तक जिलों में कार्यसमितियां होंगी। 20 से 30 जून तक प्रदेश में 252 मंडलों की कार्यसमिति होगी।
उन्होंने बताया कि 21 जून को योग दिवस पर बड़ा कार्यक्रम करने की भी योजना है। इस दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक स्थल पर कार्यक्रम करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि निकाय, पंचायत और लोकसभा चुनावों पर चर्चा होगी। खटीमा सीट समेत अन्य में हार की समीक्षा की गई है। उसकी रिपोर्ट अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री को सौंपी जा चुकी है। वे अध्ययन करेंगे। उसके बाद ही रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाएगा।