न्यूज जंक्शन 24, बदायूं।
बदायूँ जिले में एक कोरोना संक्रामित ने कोविड अस्पताल की खिड़की से कूद कर आत्महत्या कर ली। उधर, म्रतक के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मामला बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में बने कोविड अस्पताल का है। जहां नरेश शर्मा (56) नाम के एक कोरोना संक्रामित ने तीसरी मंजिल की खिड़की से कूद कर आत्महत्या कर ली। नरेश शर्मा को 7 सितंबर को थाना फैजगंज बहेटा पुलिस छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार करके लायी थी और कोविड टेस्ट में संक्रामित पाए जाने पर उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों का कहना है कि नरेश शर्मा के खिलाफ झूठा मुकद्दमा दर्ज कराया गया था, उनको पुलिस ने जानकारी दी कि नरेश शर्मा की मृत्यु हो गई है। लेकिन वजह नही बताई गई, सुबह जब वे अस्पताल आये और लोगो से जानकारी की तो पता चला कि उन्होंने अस्पताल की तीसरी मंजिल से कूद कर आत्महत्या की है । परिजनों का आरोप है कि बे ठीक थे अगर सुबह आत्महत्या की थी तो रात में क्यो जानकारी दी गई।
उधर, जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि नरेश शर्मा को पुलिस ने छेड़छाड़ के मामले में अरेस्ट किया था कोविड टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद उनको कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनकी सुरक्षा में पर्याप्त फोर्स लगाया गया था। बीते दिन उन्होंने बाथरूम में जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। मेडिकल स्टाफ ने दरवाज़ा खुलवाने का प्रयास किया तो उन्होंने कह दिया अभी बाहर आ रहा हूँ। जब आधे घंटे तक नही निकले तो दरवाजा खोला गया तो देखा चादर को खिड़की से लटककर भागने का प्रयास किया और नीचे गिर गए, जिससे उनके सर में चोट आई थी । घायल होने के बाद उनका इलाज किया जा रहा था और पांच घंटे के बाद उनको कार्डियक अटैक हुआ और उनकी मौत हो गई ।पोस्टमार्टम में भी इसकी पुष्टि हुई है।