देहरादून : मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमित केसों की संख्या को देखते हुए एक बार फिर शनिवार को सभी जिला अधिकारियों व प्रदेश के उच्च अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की। उन्होंने जिलेवार कोरोना संक्रमण की गति और उस को नियंत्रित करने के उपायों को लेकर समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हो रहे शादी समारोह में अभी तक 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति देने का प्रावधान था, जिसे घटाकर अब 25 लोग ही शामिल हो पाएंगे। इससे अधिक अनुमति न दी जाए, उन्होंने अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी किसी हाल में न होने देने और सिलेंडरों की जल्द से जल्द व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जहां भी शासन स्तर से सहयोग की जरूरत हो वह अधिकारी तत्काल सहयोग ले सकता है। मगर जनता का अहित किसी कीमत पर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कोरोना संक्रमित केसों के लाने ले जाने में एंबुलेंस चालकों द्वारा की जा रही लूट-खसोट पर चिंता जताई और कहा हर हाल में एक निश्चित किराया तय किया जाए। ताकि मनमानी पर अंकुश लगाया जा सके ओवर रेटिंग की शिकायत मिलने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने 147 एसटीएफ की टीम बनाने का निर्देश दिए। सूचना तंत्र को मजबूत करने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा जितने भी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, इसके अलावा पुलिस समेत विभाग अपने अपने नंबर जारी कर सकते हैं। उन्होंने सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता की व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने खुशी जताई आपातकाल की स्थिति में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूरे मेहनत के साथ लगी हुई है ऐसे में उनको ₹1000 प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिलाधिकारी अपने यहां बाजारों में समयसीमा में कटौती या बढ़ाने का फैसला ले सकते हैं।