न्यूज जंक्शन 24, बरेली। किला छावनी निवासी दर्शन उर्फ सागर की हत्या उसके दो दोस्तों ने की थी। पुलिस ने दोनों दोस्तों को शुक्रवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्त में आए आरोपी दोस्तों राजू कश्यप और अमन ने हत्या की बात कबूल कर ली है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि दर्शन अक्सर दोस्तों के बीच खड़े होकर उनकी बेइज्जती करता था। इसकी वजह से वह रंजिश मान रहे थे लेकिन उसके बलशाली होने की वजह से वह कुछ कर नहीं पा रहे थे। उसके बाद दोनों ने योजना बनाकर उसे शराब पिलाई और फिर गुस्से में आकर उसकी चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चाकू भोंकने के 35 निशान मिले हैं।
किला छावनी में रहने वाले दर्शन(20) पुत्र बब्बू सक्सेना का शव 19 जुलाई को घर से करीब 250 मीटर की दूरी पर एक खाली प्लॉट की झाड़ियों में पड़ा मिला था। पुलिस जांच और सीसीटीवी के आधार पर उसके दो दोस्तों पर शक जताया गया था। उसके बाद से ही दोनों फरार हो गए थे। दर्शन के पिता ने उसके दोस्त राजू व अमन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शनिवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को सत्यप्रकाश बार के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में राजू और अमन ने दर्शन की हत्या की बात को स्वीकार किया। हत्या की वजह पूछने पर आरोपियों ने बताया कि दर्शन सभी दोस्तों में शरीर से तंदरुस्त था, जिसकी वह हमेशा शेखी बघारता था। कई बार दोस्तों के बीच खड़े होकर दर्शन ने अमन व राजू का अपमान करते हुए गाली-गलौज भी की थी। बताया कि करीब डेढ़ साल पहले भी दर्शन ने यही किया था। तभी से दोनों उससे रंजिश मानने लगे थे। उसी रंजिश के चलते उन्होंने दर्शन की हत्या कर दी थी। बताया कि 19 जुलाई को दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई और देर रात दर्शन घर से दूर एक खाली प्लॉट में बुलाया, जहां बैठकर राजू और अमन शराब पी रहे थे। दर्शन के पहुंचने पर दोनों ने जबरन उसे भी शराब पिलाई। जिसके बाद दर्शन के नशे में होने के बाद राजू ने मोटर साइकिल के बैग में रखा चाकू निकाला और दर्शन पर हमला कर दिया। उसी समय अमन ने दूसरा चाकू निकाला और दर्शन के घोंप दिया। जिसके बाद दोनों ने दर्शन का गला रेत दिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। शव को झाड़ियों में डालकर आरोपी वहां से फरार हो गए।
दोस्तों को डर था कि दर्शन बच गया तो वो लोग नहीं बचेंगे
राजू ने बताया कि दर्शन के पहला चाकू घोंपने के बाद अमन के साथ मिलकर ताबड़तोड़ चाकुओं के वार किए थे जिससे उसकी आंते बाहर निकल आईं थीं। इसके बाद भी दर्शन काफी देर तक कराहता रहा। चाकू से वार के दौरान कई बार दर्शन ने हाथ भी बढ़ाया जिससे हाथ भी कट गए। राजू ने बताया कि अगर दर्शन जिंदा बच जाता तो हम लोग मारे जाते। इसलिए तब तक वार करते रहे जब तक वह मर नहीं गया। जिंदा बचने की कोई संभावना न बचे, इसके लिए दर्शन का गला रेत दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी दर्शन के शरीर पर चाकू से किए गए 35 बार की पुष्टि की गई थी। राजू ने बताया कि जानवर काटने वाला चाकू घोंपते समय उसकी उंगली भी कट गई थी। हत्या के बाद शव को झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गए थे। रास्ते में खून से सने कपड़े देख उसने व अमन ने कपड़े उतार कर रेलवे लाइन के पास फेंक दिए थे। जसके बाद फरीदपुर स्थित अपनी रिश्तेदारी में पहुंचकर दूसरे कपड़े पहने थे। पुलिस ने हत्यारोपियों की बताई जगह से कपड़े भी बरामद किए हैं।
राजू व अमन की नफरत इस कदर बढ़ गई थी कि उन्होंने दर्शन को मारने के लिए काफी समय पहले से तैयारी करनी शुरू कर दी थी। अमन ने बताया कि वह हर साल नानकमत्ते जाते हैं। इस बार जब वह वहां गए तो वहां से 350 रुपये में चाकू खरीदकर लाए थे। इसके साथ ही जानवर काटने वाले चाकू को भी खरीदा गया था। हत्या में उसका भी इस्तेमाल किया गया था।