साइबर ठग और जमीन के झांसे ने बनाया पीड़ित की मेहनत का पैसा निशाना

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उत्तराखंड में साइबर क्राइम लगातार बढ़ता जा रहा है। लोग कभी शातिर ठगों के जाल में फंस रहे हैं तो कभी लालच में आकर अपनी मेहनत की कमाई खो रहे हैं। ताजा मामला हरिद्वार जिले के ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र से सामने आया है, जहां दो अलग-अलग मामलों में संपूर्ण 15 लाख रुपये से अधिक की ठगी हुई है।

पहले मामले में हरिलोक कॉलोनी निवासी सतीश कुमार को व्हाट्सएप पर फर्जी ई-चालान लिंक भेजा गया। लिंक देखकर उन्हें लगा कि उनका चालान कट गया है, इसलिए उन्होंने लिंक पर क्लिक किया। इसके कुछ ही मिनटों में उनके बैंक खाते से लगातार तीन बार कुल 5,11,855 रुपये निकाल लिए गए। घटना के तुरंत बाद सतीश ने साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। खाते को फ्रीज कर दिया गया, लेकिन पैसे अभी तक वापस नहीं आए हैं।

दूसरे मामले में पूर्वी नाथनगर निवासी किसान रणधीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी लक्सर तहसील के ग्राम डुमनपुरी में जमीन पर दुकान और कमरे बनाकर खेती-बाड़ी कर रहे थे। कुछ दिन पहले रेखा देवी, सतीश भाटी और बंटी उनकी जमीन देखने आए और दावा किया कि वे इंजीनियरिंग कॉलेज और वृद्धाश्रम के लिए 100 बीघा जमीन खरीदना चाहते हैं। आरोप है कि तीनों ने 10 लाख रुपये लेकर धोखाधड़ी की और बाद में अलग-अलग झांसे देकर पैसे लौटाने से मना कर दिया। पीड़ित को धमकियां भी दी गईं।

ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने लोगों से साइबर ठगों और जमीन खरीद में धोखाधड़ी करने वालों से सतर्क रहने की चेतावनी दी।

कोतवाली प्रभारी राणा ने कहा, “हमारे पास ठगी के दो केस आए हैं। पहले केस में व्हाट्सएप लिंक पर क्लिक करने से 5 लाख से ज्यादा की ठगी हुई, दूसरे में किसान से जमीन खरीदने के नाम पर 10 लाख का फर्जीवाड़ा किया गया। दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच जारी है और आरोपियों को जल्द कानूनी शिकंजे में लाएंगे।”