न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। बेटियां किसी से कम नहीं होती, यह फिर साबित कर दिया है हल्द्वानी के डहरिया निवासी पायल ने। 21 वर्षीय पायल ने लीवर रोग से जूझ रहे अपने पिता की जिंदगी बचाने के लिए अपना एक लीवर दान कर दिया। दोनों ही अब स्वस्थ हैं।
पायल मूल रूप से बागेश्वर के काकड़ा खोली निवासी हैं और वर्तमान में फार्म नंबर तीन डहरिया स्थित नीलांचल कॉलोनी फेज पांच में अपने विपिन कांडपाल के साथ रहती हैं। विपिन बीएसएफ में हवलदार के पद से रिटायर्ड हैं। वह हल्द्वानी में सिक्योरिटी गार्ड्स की एजेंसी चलाते हैं। दो साल से उन्हें लीवर संबंधी शिकायत होने लगी। दिल्ली, ऋषिकेश एम्स से लेकर गुरुग्राम के बड़े अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इस पर चिकित्सकों ने उन्हें जल्द से जल्द लीवर डोनर ढूंढने की सलाह दी।
पत्नी विमला को फैटी लीवर की समस्या के कारण वह लीवर डोनेट नहीं कर पाईं। बेटे शुभम का जहाँ वजन कम होने के कारण वह असमर्थ रहे तो बड़ी विवाहित बेटी प्रिया तिवारी भी लीवर डोनेट करने में असमर्थ निकली। ऐसे में उनकी छोटी बेटी पायल आगे आई। वह रुहेलखंड विश्वविद्यालय से ऑप्टोमेट्री में बीएससी कर रही हैं। पिता को लीवर डोनेट करने के लिए वह दो महीने की छुट्टी लेकर घर आ गईं। 22 अगस्त को आखिरकार पिता का सफल लीवर ट्रांसप्लांट हुआ और बेटी के इस त्याग से पिता को नया जीवनदान मिला। बेटी जहां अब हल्द्वानी लौट आई है तो वहीं पिता अभी गुरु ग्राम स्थित निजी अस्पताल में हैं, दोनों ही स्वस्थ हैं।
ऐसे ही लेटेस्ट व रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।
हमारे फेसबुक ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।