न्यूज जंक्शन 24, लालकुआं।
बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। ग्रामीणों ने आज सुबह स्थानीय तहसील पहुंचकर बिंदुखत्ता को राजस्व गांव ना बनाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। साथ ही केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आति शीघ्र राजस्व गांव की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया।
सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने स्थानीय तहसील पहुंचकर भाजपा सरकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। बिंदुखत्ता को राजस्व गांव ना बनाए जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि राजस्व गाँव के मामले मे स्थानीय जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने का सपना दिखाया गया था। परंतु चुनाव बीत जाने के बाद तब से आज तक इस मामले में कोई भी प्रगति नहीं हुई है। राजस्व गांव ना बनने की वजह से क्षेत्र के ग्रामीणों को विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी योजनाओं सहित बैंकों से मिलने वाले ऋण से वंचित रहना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अति शीघ्र राज्य एवं केंद्र सरकार बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो उन्हें उग्र आंदोलन पर भी मजबूर होना पड़ेगा। ग्रामीणों ने स्थानीय पटवारी मोहित सिंह के माध्यम से राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को ज्ञापन प्रेषित कर अति शीघ्र राजस्व गांव बनाए जाने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में रज्जी बिष्ट, दीपक जोशी, इमरान खान राहुल मेहता, गोपाल दत्त, बाला दत्त बसवाल, विपिन परगाई, हिमांशु जोशी, कैलाश पांडे, आदि मौजूद थे।