बरेली। हमेशा नीरस रहने वाले शिक्षक विधान परिषद (एमएलसी) के चुनाव को इस बार प्रत्याशी डा विनय खंडेलवाल ने रोचक बना दिया है। डा विनय जिस तरह से चुनावी मैदान में कूदे हैं, उसने अन्य प्रत्याशियों में हलचल पैदा कर दी है। उन्होंने बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक निर्वाचन के चुनाव को अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया है।
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स्नातक-शिक्षक एमएलसी के चुनाव में स्नातक पास ही मतदान करते हैं। अप्रैल- मई 2020 में यह चुनाव होने हैं। इससे पहले पूरा जोर ज्यादा से ज्यादा वोट बनवाने पर है। केसीएमटी के कार्यकारी निदेशख डॉ विनय खंडेलवाल वोट बनवाने के काम में सबसे तेजी से दौड़ रहे हैं। उनकी टीम सभी नौ जिलों में घूम-घूम कर वोट बनवा रही है। डा विनय का व्यक्तिगत प्रोफाइल इतना सशक्त है कि शिक्षक खुद ही उन्हें समर्थन देने के लिए संपर्क कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के समर्थक डा विनय का कहना है कि शिक्षक हितों की रक्षा और शिक्षकों को बदली परिस्थतियों में नए लाभ दिलाने के लिए वो मैदान में हैं। अभी तक उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में ही कार्य किया है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तरह मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि एक युवा चेहरा ही तमाम समस्याओं का खात्मा कर सकता है।