राजू अनेजा, लालकुआं।
कस्बे में रहने वाले करीब डेढ़ लाख लोगों के लिए मालिकाना हक एक बार फिर दिलाने की बात हुई है। कैबिनेट में इसका प्रस्ताव पास भी हो गया है। लोगों की जुवा पर चर्चा यह है कि कहीं यह भी उसकी तरह ही तो प्रस्ताव नहीं है, जैसा कांग्रेस शासन में पास हुआ था। जो सिर्फ प्रस्ताव ही बनकर रह गया, मालिकाना हक आज तक किसी को नहीं मिला। यह जरूर है कि प्रस्ताव पास करके उस वक्त वाहवाही क्षेत्रीय विधायक हरीश दुर्गापाल ने लूटी थी अब नवीन दुम्का इसका प्रस्ताव पास करवा कर लूट रहे हैं। जनता का कहना है कि हमें प्रस्ताव से क्या लेना-देना जब हक मिलना शुरू होगा तब समझेंगे हक दिलाने वाला जनता का असली नायक कौन साबित हुआ। जनता का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार ने प्रस्ताव पास कराया था, उस वक्त कस्बे से तमाम लोगों की फाइलें तैयार करवाकर जमा करा ली गईं। जिसमें रुपए भी जमा किए गए हैं। उन फाइलों का क्या हुआ, आज तक पता नहीं चला। अब सवाल यह है कि वर्तमान विधायक ने जब यह प्रस्ताव पास कराया है तो क्या फिर से यहां से फाइलें बनकर जाएंगी या फिर उन्हीं को रिवाइज किया जाएगा। जो रुपए जमा हुए थे, उनका क्या होगा ? आदि तमाम सवाल जुवां पर तैर रहे हैं।
इस प्रस्ताव पर पूर्व विधायक हरीश दुर्गापाल का कहना है कि हमारी सरकार ने वर्ष 2000 के सर्किल रेट पर प्रस्ताव पास किया था, जबकि वर्तमान में भाजपा ने जो पास किया है उसमें 2004 के सर्किल रेट पर मालिकाना हक देने की बात कही है। ऐसे में लोगों पर आर्थिक बोझ और बढ़ जाएगा।
जबकि भाजपा विधायक नवीन दुम्का का कहना है कि जनता के हितों का ध्यान रखते हुए ही प्रस्ताव पास किया गया है। कई कठिनाइयां भी दूर की गई हैं। इसका जीओ आने वाला है, जनता को गुमराह करने वालों का मुंह खुद बंद हो जाएगा।