ऊधमसिंह नगर। उत्तराखंड के शिक्षामंत्री अरविंद पांडेय ने ट्यूशन फीस लेने को लेकर फिर से स्थिति को साफ कर दिया है। उन्होंने कहा है कि आठ फरवरी से छठी से लेकर 11 वीं तक कि कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं, ऐसे में तमाम अभिभावक डरे हुए हैं। उनके डर का पहला कारण कोरोना है और दूसरी चिंता फीस को लेकर है। यह स्वाभाविक है। उन्होंने कहा है स्कूल प्रबंधन सिर्फ ट्यूशन फीस लेंगे, इसके अलावा कोई फीस नहीं ली जाएगी। फीस लेते वक्त स्लिप में यह बताया जाएगा कि वह कितना पैसा किस मद में ले रहे हैं। गोलमोल रसीद नहीं चलेगी। अभिभावक भी जागरूक रहें। जो स्कूल लिए जाने वाले शुल्क की विस्तृत स्लिप नहीं देते हैं तो उनसे जानकारी लें। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में स्कूल और अभिभावक दोनों ही प्रभावित हुए हैं। सरकार किसी का भी अहित नहीं चाहती, इसलिए स्कूल प्रबंधन को यह बात ध्यान में रखकर काम करना होगा। अगर किसी अभिभावक से यह शिकायत मिली की ट्यूशन फीस के अलावा कोई और शुल्क वसूला गया है तो प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई होगी।
पांडेय बाजपुर में पत्रकार वार्ता कर रहे थे। उन्होंने किसानों से फिर अपील की है कि आंदोलन का रास्ता छोड़कर प्रधानमंत्री की अपील को स्वीकार करें और वार्ता से समाधान तलाशें।