कोरोना काल में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर, सरकार ने लिया ये फैसला

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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। सरकारी अस्पतालों में कोरोना काल में सेवाएं देने वाले जिन कर्मचारियों को सरकार ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था, सरकार अब उन कर्मचारियों को दोबारा से मेडिकल कॉलेजों एवं सरकारी अस्पतालों रिक्त पदों के सापेक्ष आउटसोर्स के माध्यम से तैनाती देने जा रही है (Employees serving during the Corona period will get jobs again)। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को शीघ्र इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत सचिवालय में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि कोरोना काल में सेवाएं देने जिन कर्मचारियों को सरकार ने 31 मार्च 2022 को हटा दिया था, उन्हें दोबारा से रखा जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में एसीएमओ से लेकर निदेशक स्तर के रिक्त पदों की शीघ्र डीपीसी कराने को भी कहा है, ताकि जिला एवं महानिदेशक स्तर पर लम्बे समय से रिक्त चल रहे विभागीय अधिकारियों के पदों को भरा सके।

उन्होंने महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों एवं राजकीय चिकित्सालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष हटाये गये कार्मिकों को उनकी योग्यता के अनुसार पुनः तैनाती दी जाए (Employees serving during the Corona period will get jobs again)। इस बाबत 23 मई 2022 को शासन स्तर से शासनादेश भी कर दिया गया था, जिसमें सूबे के मेडिकल कॉलेजों में रिक्त पदों के सापेक्ष हटाये गये कार्मिकों को रखने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में अब एक और शासनादेश जारी किया गया है, जिसमें महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को प्रदेश के राजकीय चिकित्सालयों में रिक्त पदों के सापेक्ष बाहर किए गए कार्मिकों को आउटसोर्स के माध्यम से रखने के निर्देश दिये गये हैं।

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