हल्द्वानी। जिलाधिकारी वंदना ने कैंप कार्यालय हल्द्वानी में एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, आरडब्ल्यूडी, आरटीओ, पुलिस विभाग आदि संबंधित विभागाधिकारियों के साथ सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि विगत वर्ष में हुई दुर्घटनाओं का संज्ञान लेने पर देखा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक दुर्घटनाओं के मामले सामने आए हैं और जनहानि भी ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक हुई है। जिसको कम करने के लिए जिलाधिकारी ने पुलिस और प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों द्वारा टास्क फोर्स गठित कर पर्वतीय क्षेत्रों में वृहद स्तर पर ड्राइविंग लाइसेंस, ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड, नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों, और वाहनों की फ़िटनेस का परीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही यातायात नियमों का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने प्रवर्तन अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष फोकस रखने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने कहा स्कूल बच्चों को लाने ले जाने में लगी बसों की फिटनेस की आवश्यक रूप से अभियान चलाकर जांच कर लें, अनफिट बसों को स्कूलों में न लगाएं।
बैठक में जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग और प्रवर्तन विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटनाओं में हुई जनहानि की सूची तैयार करें। प्रभावित परिवारों को आजीविका सृजन, पुनर्वास और उनको मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाभान्वित किया जाए। उनको मत्स्य पालन, पशुपालन, कृषि कार्य, उद्योग आदि क्षेत्रों से सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से परिवारों को संबंधित विभाग की योजना का लाभ दिया जाए।
बैठक में जिलाधिकारी ने ईई पीडब्ल्यूडी रत्नेश सक्सेना को निर्देशित किया कि आरटीओ, एनएच, आदि विभागों के साथ संयुक्त रूप से समन्वय करते हुए रोड सेफ्टी ऑडिट टीम गठित कर कर अवशेष मार्गों का सेफ्टी ऑडिट करवाए और ब्लैक स्पॉट चिन्हित करवाएं, समस्याओं को दूर करते आर टी ए की बैठक में प्रस्तावित करे। इस दौरान बैठक में एस पी सिटी ट्रैफ़िक हरबंस सिंह,ई ई पीडब्ल्यूडी रत्नेश सक्सेना, आरटीओ संदीप सैनी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।