देहरादून। प्रदेश सरकार ने भले ही कांवड़ यात्रा निरस्त कर दी हो, मगर पड़ाेसी राज्यों से कांवड़ियों के आने की संभावना अभी बनी हुई है। ऐसे में राज्य की पुलिस बॉर्डर सील कर सख्ती करने की तैयारी कर रही है। इस बारे में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि 24 जुलाई से हरिद्वार के बॉर्डर कांवड़ियों के लिए सील कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित अवधि में यदि कोई कांवड़िया सड़क पर दिखाई देता है तो उसे विनम्रता से वापस जाने के लिए कहा जाए और अगर वह न माने तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
यह भी पढ़ें : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा, कांवड़ियों के हरिद्वार जाने पर लगे रोक, टैंकरों से पहुंचाया जाए गंगा जल
यह भी पढ़ें : कोरोना की तीसरी लहर दरवाजे पर हो जाएं सतर्क, आईएमए ने यह दी केंद्र व प्रदेश सरकारों को बड़ी चेतावनी। पढ़िये एडवाइजरी
पुलिस मुख्यालय में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इंटेलीजेंस के अधिकारी, डीआईजी रेंज, हरिद्वार और देहरादून के पुलिस अधिकारियों से डीजीपी ने कहा कि कांवड़ मेलेे को प्रतिबंधित किया गया है, जिसके अनुपालन के लिए एक एसओपी संबंधित जिलाधिकारी के साथ मिलकर बना ली जाए। यदि कोई कावंड़िया सड़क पर दिखाई देता है तो उसे सम्मान पूर्वक सड़क से उतारा जाए और बस व अन्य माध्यमों से वापस भेजा जाए। डीजीपी ने देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल जिलों में इनफोर्समेंट टीमों का गठन करने के भी निर्देश दिए, जिसका काम ट्रेनों से आने वाले कांवड़ियों को रोकना होगा। ये ट्रेनों को हरिद्वार से पहले पड़ने वाले स्टेशनों पर रोककर उसकी चेकिंग करेंगे। यदि वहां कोई दिखाई देता है तो उन्हें शटल ट्रेनों से वापस भेजा जाएगा।
खबरों से रहें हर पल अपडेट :
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।