बरेली। हरदोई के बेनीगंज थाना क्षेत्र के गांव टिमनाकला के दो मासूम भाइयों को बरेली जंक्शन पर पुलिस ने शक के आधार पर पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पढ़ाई न करने पर घर में डांट पड़ी तो वह हरिद्वार में सन्यासी बनने निकल पड़े। पुलिस ने उन्हें चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है। वहीं परिजनों से संपर्क कर रही है।
टिमना कला गांव के भैया लाल का 11 साल का बेटा ज्ञानेंद्र पांचवी में पढ़ता है। उसका चचेरा भाई सहमू पुत्र गोपाली अभी 4 साल का ही है। भैयालाल ने ज्ञानेंद्र और शहमू को पढ़ाई न करने पर बुरी तरह डांट दिया। यह बात ज्ञानेंद्र को अच्छी न लगी। बाल मन ने एक ऐसी तरकीब निकाली जिससे घर वाले परेशान हो गए। भैया लाल जैसे ही खेत पर गए उनके जाते ही ज्ञानेंद्र स्कूल की ड्रेस में अपने भाई सहमू को लेकर घर से निकल पड़ा। हरदोई स्टेशन से किसी ट्रेन से बैठकर वह बरेली आ गए।
आधी रात को बरेली जंक्शन पर दोनों हरिद्वार जाने की ट्रेन की जानकारी ले रहे थे। इस बीच गश्त कर रहे जीआरपी के जवानों ने दोनों बच्चों को स्कूल ड्रेस में देखा तो शक होने पर पूछताछ शुरू की। पहले तो दोनों बात बोले कि उनके गांव का कोई व्यक्ति हरिद्वार में रहता है। उनसे मिलने जा रहे हैं लेकिन लेकिन जब उनसे घर से अकेले आने का कारण पूछा तो दोनों रोने लगे। फिर कहा कि पापा पढ़ाई न करने पर हमें डांटते हैं। इस कारण हरिद्वार जाकर हम संत बनेंगे और खूब नाम कमायेगा। जीआरपी के जवान दोनों को उनके घर भेजने की तैयारी कर रहे हैं।