रामनगर। रामनगर में शनिवार को धर्म परिवर्तन की खबर ने सनसनी मचा दी। यहां किराए पर रह रहे ईसाई धर्म मानने वाला एक दंपती गांव के कुछ लोगों का धर्म परिवर्तन कर रहा था। इसकी भनक हिंदुवादी संगठनों को लगी तो हंगामा मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कई दस्तावेज इकट्ठा कर दंपती पर मुकदमा दर्ज कर लिया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मामला रामनगर के बैड़ाझाल गांव का है। गांव में हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं व ग्राम प्रधान आमिर हुसैन को एक घर में किराए पर रह रहे ईसाई दंपत्ति द्वारा धर्म परिवर्तन कराए जाने की सूचना मिली थी। इस पर सभी लोग दंपत्ति के घर पहुंच गए और पूरा कमरा छाना मारा तो कमरे में ईसाई धर्म से जुड़ी चीजें देखकर सभी भड़क गए। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लोगों ने आरोप लगाया कि दंपती एसटी समुदाय व निर्धन वर्ग के लोगों को बरगलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं। पिछले छह महीने से यह चल रहा है। यहां सुबह-शाम लोगों का आना-जाना लगा रहता है। पहले ये सभी यीशू के समक्ष प्रार्थना कराते हैं और फिर कई तरह के प्रलोभन देते हैं।
पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को अपना नाम नरेंद्र सिंह बिष्ट व पत्नी का नाम तृप्ति बिष्ट बताया। पुलिस दंपती को अपने साथ कोतवाली ले आई। कोतवाली में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी पहुंच गए, जहां वीेरेंद्र अधिकारी, दीपक धनकी, संजय सुयाल, यशपाल अरेड़ा, मोहन पटवाल ने आरोपित दंपती के खिलाफ तहरीर दी। कोतवाल आशुतोष सिंह ने बताया कि आरोपित दंपती के खिलाफ उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि दंपती बिना सत्यापन के बैड़ाझाल गांव में रह रहे थे। आरोपित दंपती भी पहले हिंदू धर्म मानने वाला था, मगर उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। वहीं, किराएदारों का सत्यापन नहीं कराने पर मकान मालिक का भी पुलिस एक्ट में चालान किया जाएगा।
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