न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के महोबा के जिला अस्पताल में एक चौंकाने वाली खबर आई है। यहां अस्पताल में भर्ती मरीज को खून के नाम पर ग्लूकोज में लाल रंग का मिलाकर चढ़ा दिया गया (patient was given glucose instead of blood)। मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। वहीं, मामले के तूल पकड़ने पर जांच के आदेश दे दे दिए गए हैं।
मामला महोबा सदर तहसील के भंडरा गांव का है। यहां 65 साल की विधवा रामकुमारी अपने बेटे जुगल के साथ किराए के मकान में रहती है। सरकारी सुविधाओं के नाम पर आज तक इस बुजुर्ग महिला को किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिल सकी है। उसके बेटे की तबियत खराब होने पर वह उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टर ने खून चढ़ाने को कहा। इस पर अस्पताल की ही राजकुमारी नाम की एक महिला कर्मचारी ने 5 हजार रुपये ब्लड की बोतल के नाम पर लेने की बात रख दी थी, जिसे पूरा करने के लिए लाचार मां को अपने कानों की सोने की बाली और अंगूठी को बेचने को मजबूर होना पड़ा।
मगर हैरानी की बात यह है कि बेरहम स्वास्थ्यकर्मी ने 5 हजार रुपये हजम करने के मकसद से ग्लूकोज में लाल रंग का इंजेक्शन मिलाकर चढ़ा दिया (patient was given glucose instead of blood)। इससे बीमार बेटे की हालत और बिगड़ गई। जिसे देख मां ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर अस्पताल प्रशासन ने युवक को जिला अस्पताल से रेफर कर दिया है। वहीं, सीएमएस डॉ. आरपी मिश्रा ने बताया कि टीम गठित कर मामले में जांच के आदेश दिए है। साथ ही आरोपी महिला कर्मचारी राजकुमारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
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