हरिद्वार। आज महाकुंभ का दूसरा शाही स्नान हो रहा है। इसे लेकर तड़के से ही लाखों श्रद्धालु यहां जुटे हुए हैं। मेला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, सुबह 10 बजे तक कुंभ मेला एरिया में 17.31 लोगों ने गंगा में स्नान किया। इस बीच भारी भीड़ के कारण कोविड गाइडलान भी टूटते नजर आए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लाखों की भीड़ के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करना मुश्किल है। ऐसा करने पर भगदड़ की स्थिति पैदा हो सकती है।
आम श्रद्धालुओं काे हर की पैड़ी में स्नान के लिए सुबह सात बजे तक का समय दिया गया था। इसके बाद उनके लिए अन्य घाटों को आरक्षित किया गया । इस अवधि के बाद इस स्थान को अखाड़ों के संतों के स्नान के लिए आरक्षित कर दिया गया।
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वहीं, शाही स्नान के लिए 13 अखाड़ों के संत जब निकले तो इनकी अगुवाई निरंजनी अखाड़े ने की। इन अखाड़ों को ब्रह्मकुंड में स्नान के लिए 30 मिनट तक का समय दिया गया है। इसके साथ ही स्नान के दौरान दो अखाड़ों के बीच 50 गज का फासला होना जरूरी कर दिया गया है। ब्रह्मकुंड में सबसे पहले निरंजनी अखाड़े के सन्यास परंपरा से जुड़े साधु-संतों ने स्नान किया, जिसमें बड़ी संख्या में नागा साधु भी शामिल थे। इस अखाड़े का नेतृत्व आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंदगिरी ने किया।
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इधर, डीजीपी अशोक कुमार ने हरिद्वार पहुंचने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का सख़्ती के साथ पालन करें। मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी बनाकर रखें। उत्तराखंड पुलिस श्रद्धालुओं के लिए लगातार व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर रही है। अब दो दिन बाद 14 अप्रैल को तीसरा शाही स्नान होगा।