लालकुआं : लालकुआं कोतवाली के दरोगा को प्रमुख दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार के साथ अभद्रता करना भारी पड़ गया। घटना से आक्रोशित क्षेत्र के सभी पत्रकार कोतवाली परिसर में दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए और दरोगा को ट्रांसफर करने की मांग करने लगे।उधर हल्द्वानी में भी जब इस घटना का पत्रकारों को पता चला तो उनमें भी आक्रोश फैल गया। घंटे भर तक कोतवाली परिसर में चले प्रदर्शन के बाद आखिरकार एसएसपी द्वारा दरोगा का ट्रांसफर करना पड़ा और तब जाकर पत्रकारों ने अपना धरना समाप्त किया।
उत्तराखंड के प्रमुख दैनिक समचारपत्र के वरिष्ठ पत्रकार आज समाचार संकलन के लिये लालकुआं कोतवाली पहुंचे थे। जहां उपनिरीक्षक मुनव्वर हुसैन से किसी बात को लेकर उनकी कहासुनी शुरू हो गई। जिसके बाद दरोगा ने पत्रकार को अपमानित करते हुए धक्के देकर कोतवाली से बाहर निकाल दिया। जब जिसकी जानकारी जब लालकुआं के पत्रकारों को लगी तो सभी पत्रकार कोतवाली मे पहुँच गये और दरोगा को हटाये जाने की मांग करते हुए कोतवाली परिसर में दरी बिछा कर धरने पर बैठ गये ।इधर पत्रकारों के धरने की खबर सुनते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद शाह कोतवाली पहुंच गए थे। उन्होंने पत्रकारों से बात की। पत्रकारों ने उन्हें दो टूक् शब्दों में कह दिया कि वे आरोपी दरोगा के कोतवाली से ट्रांसफर से कम पर कोई बात सुनने को तैयार नहीं है। इसके बाद सीओ ने एसएसपी से वार्ता की और कुछ देर बाद उन्होंने पत्रकारों की मोबाइल पर एसएसपी प्रीती प्रियदर्शनी से बात कराई। एसएसपी ने पत्रकारों को बताया कि वे इस मामले की जांच के आदेश जारी कर रही हैं। इसके अलावा पत्रकार से धक्का मुक्की करने के आरोपी दरोगा को कोतवाली लालकुआं से स्थानांतरण करके किसी दूसरे थाने से संबंद्ध करने के आदेश भी कर रही हैं। इस पर पत्रकारों ने अपना धरना वापस लेने की घोषणा की।
धरने पर बैठने वालों में लालकुआं प्रेस क्लब अध्यक्ष बीसी भट्ट, वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र पंत रमाकांत, वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश जोशी उमेश राणा, अजय उप्रेती, रंजीत बोरा, शेलेन्द्र कुमार सिंह, , उमेश पन्त, गोपाल बोरा, मुन्ना अंसारी, सचिन गुप्ता, अभिषेक सिंह, शानू, मुकेश कुमार, गौरव सिंह, नन्दन राम आर्या, सतीश कुमार आदि पत्रकार मौजूद रहे ।