जागेश्वरधाम : श्रद्धालुओं के लिए शर्तों के साथ खुला शिव का धाम, बस 10 मिनट ही कर सकेंगे दर्शन 

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अल्मोड़ा। कोरोना काल में दो महीनों से बंद चल रहा महादेव का पवित्र धाम जागेश्वरधाम श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिया गया हैं। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। श्रद्धालु सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मात्र 10 मिनट के लिए ही बाबा जागनाथ के दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान कोई भी पुजारी श्रद्धालु के संपर्क में नहीं रहेगा। जलाभिषेक, टीका लगाना, घंटी बजाना, प्रसाद लेने-देने पर प्रतिबंध रहेगा।

जागेश्वरधाम मंदिर प्रबंधन समिति के प्रबंधक भगवान भट्ट ने बताया कि जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति और एसडीएम जैंती भनोली ने संयुक्त रूप से डीएम को मंदिर दर्शन के लिए खोलने के संबंध में प्रस्ताव दिया था। डीएम ने इसे स्वीकार कर सशर्त अनुमति प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि मंदिर दर्शन को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य प्रवेश द्वार पर आधारकार्ड के साथ पंजीकरण कराना होगा। किसी श्रद्धालु में कोराना के लक्षण होने पर उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जागेश्वरधाम मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं डीएम नितिन भदौरिया के निर्देशों का हवाला देते हुए प्रबंधक ने बताया कि मंदिर समूहों के गर्भगृह में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। श्रद्धालु बाहरी सामग्री मंदिर के अंदर नहीं ले जा सकेंगे। ऑनलाइन पूजा पूर्व की भांति चलती रहेगी। सप्ताह में दो दिन पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा।

पुरोहितों का भी रखा जाए ध्याान

जागेश्वरधाम के प्रधान पुजारी पं. हेमंत भट्ट ने मंदिर खोलने का स्वागत तो किया है, मगर साथ ही मांग भी की है कि महामारी के दौरान मंदिर के पुरोहितों का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि श्रदालुओं से शारीरिक दूरी बनाकर रुद्राभिषेक, जाप, अनुष्ठान आदि सुचारू कराने की अनुमति दी जानी चाहिए। पुरोहितों के परिवार की आजीविका पूजा अर्चना ही है। लॉकडाउन के बाद से ही कुछ पुरोहित आर्थिक संकट में आ गए हैं। उन्हें मंदिर प्रबंधन समिति या सरकार से किसी भी तरह की मदद भी नहीं मिली है।