कानपुर। राजकीय व अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों के बच्चे भी अब ऑनलाइन पढ़ाई में रुचि लेने लगे हैं। कानपुर में इसकी शुरुआत एक राजकीय व एक अशासकीय विद्यालय से की गई, इसके अच्छे रिजल्ट सामने आए हैं। इसके बाद ऐसे विद्यालयों की संख्या बढ़ाकर 75 कर दी गई है। कानपुर के इस मॉडल को अब पूरे मंडल में लागू किया जाएगा। प्रदेश स्तर पर लागू करने के लिए जेडी ने शिक्षा निदेशक से संस्तुति भी की है।
मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) केके गुप्ता ने कहा है कि कानपुर नगर में ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत ज्वॉलादेवी इंटर कॉलेज और राजकीय इंटर कॉलेज बिधनू से की गई। यहां पहले शिक्षिकाओं के व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए। इन्हें विषयवार पुस्तकें उपलब्ध कराई गईं। फिर शिक्षक और शिक्षिकाओं ने कक्षा 10 व 12 के छात्र-छात्राओं के समूह बनाकर पढ़ाई शुरू कराई। खासबात यह है कि जो भी छात्र-छात्राएं इससे जुड़े हैं, उनकी गैर हाजिरी न के बराबर है। अन्य माध्यमों का प्रयोग भी हुआ।
जेडी ने कहा कि स्कूलों के जो भी ग्रुप बनेंगे उसमें प्रधानाचार्य को जरूर जोड़ा जाए। व्हाट्सएप का उपयोग इसलिए कराया जा रहा है ताकि नेट का खर्च सीमित रहे। इस मॉडल का विस्तार मंडल के सभी जनपदों में किया जाएगा और डीआईओएस के स्तर से इसकी लगातार समीक्षा होगी। कमियों को दूर किया जाएगा।
जेडी ने शिक्षा निदेशक को भेजे पत्र में कानपुर नगर के इस मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने की संस्तुति की है। पढ़ाई सुबह 09 से रात 08 बजे तक तीन हिस्सों में कराने का सुझाव भी दिया गया है।