न्यूज जंक्शन 24, रुद्रपुर।
बरेली जिले के देवरनिया के मूल निवासी व हाल निवासी किच्छा के बीएसएफ के जवान जमील लद्दाख में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गये। वह दस माह पहले देवरनिया अपने पैतृक गांव आये थे। उनके निधन की खबर सुनकर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। आस पास के गांव वाले शोक व्यक्त करने के लिये वहां पहुंचे। शहीद का पार्थिव शरीर किच्छा के सिरौली इलाके में ले जाया जायेगा।
देवरनिया क्षेत्र के गांव गनूनगला निवासी निसार अहमद के पुत्र जमील अहमद (50) बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर थे। एक अक्तूबर 2019 को वह घर से ड्यूटी पर गये थे। 11 सितंबर को लद्दाख में ड्यूटी पर थे। इसी दौरान वह शहीद हो गये। तीन भाइयों मे सबसे बड़े जमील के एक भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। माता-पिता की भी मौत हो गयी है। शहीद जवान के घर में पत्नी नूर जहां व बच्चे राहुल, मुस्तफा, तरन्नुम, शहनाज हैं। उनके बेटे की भी मौत हो चुकी है।
गांव के प्रधान रवि कुमार चौधरी ने बताया कि शहीद जवान का परिवार बीस साल पहले उत्तराखंड के किच्छा में सिरौली में जाकर बस गया था। गांव मे सिर्फ शहीद जवान का छोटा भाई आजम अहमद ही रहता है। उन्होंने बताया कि शहीद जवान का पार्थिव शरीर किच्छा जायेगा। रविवार देर रात या सोमवार सुबह को शव का अंतिम संस्कार कराया जायेगा। शहादत की सूचना मिलने के बाद गांव गनूनगला के लोग भी गमजदा हैं। वहां शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। शहीद जवान का छोटा भाई आजम भी किच्छा चला गया। अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिये काफी लोग किच्छा चले गये। इंस्पेक्टर देवरनिया दयाशंकर ने भी बताया कि शहीद जवान का पार्थिव शरीर किच्छा जायेगा।