ला नीना कमजोर, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ से लौटेगी सर्दी की दस्तक

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उत्तराखंड में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बारिश और बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में भी दिखाई देने लगा है, जिससे ठंडक बढ़ गई है। हालांकि, मौसम विभाग ने 7 से 10 नवंबर तक पूरे प्रदेश में मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सी.एस. तोमर के अनुसार, इस समय भूमध्य रेखीय महासागर में ‘ला नीना’ की स्थिति कमजोर बनी हुई है। यह सिस्टम अभी स्थिर नहीं हुआ है और वायुमंडलीय दबाव सक्रिय है। ऐसे में नवंबर महीने में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है, यानी जाड़े की शुरुआत में कुछ देरी हो सकती है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर तापमान में गिरावट संभव है।

पूर्वानुमान के मुताबिक, राज्य के अधिकांश हिस्सों में आसमान साफ रहेगा। मैदानी इलाकों में सुबह के समय हल्का या उथला कोहरा छा सकता है। देहरादून में भी मौसम साफ रहने की संभावना है, हालांकि सुबह हल्का कुहासा बना रह सकता है। शहर का अधिकतम तापमान करीब 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान लगभग 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में धीरे-धीरे और गिरावट दर्ज की जा सकती है। बीते सात दिनों में अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री की कमी आई है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार भले ही ठंड ने कुछ देर से दस्तक दी हो, लेकिन अब राजधानी देहरादून में सर्दी का अहसास होने लगा है।