राजू अनेजा, लालकुआं
विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन का आह्वान लेकर निकली कांग्रेस खुद कितनी गुटबाजी का शिकार है, इसका नमूना लालकुआं विधानसभा में साफ देखा जा सकता है। परिवर्तन यात्रा के लिए लगाए होर्डिंग्स और वैनरों में क्षेत्र के दो कद्दावरों ने एक-दूसरे के फोटो तक नहीं लगाए हैं। जबकि दोनों नेता संबोधनों में कार्यकर्ताओं को एकजुटता का पाठ पढ़ाते दिख रहे हैं।
लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दो ध्रुव काफी मजबूत माने जाते हैं। दोनों में ही हमेशा से टिकट की रस्साकशी रहती है। आए दिन होंने वाले कार्यक्रमों में भी इनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण रहती है। लेकिन दोनों में छत्तीस का आकंड़ा है। दोनों ही टिकट के लिए जीतोड़ मेहनत में लगे हैं। इस कारण आपसी दूरियां इतनी बढ़ गई हैं, दोनों एक-दूसरे को सियासी रूप में एक आंख नहीं सुहाते। शनिवार को यहां पहुंची परिवर्तन यात्रा के लिए कस्बे में जो होर्डिंग्स और वैनर लगाए गए हैं उनमें इन दोनों पार्टी दिग्गजों ने एक-दूसरे के चेहरों को तव्वजो देने की जरूरत महसूस नहीं की है। इसको को लेकर जिलेभर में चर्चा बनी हुई है। राजनीति से जुड़े लोग भी मान रहे हें की एकजुटता का संदेश देते घूम रहे कांग्रेसियों के लिए यह आईना है। इससे जनता और कार्यकर्ताओं को मूर्ख नहीं बनाया जा सकता।