न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण (Delhi air pollution) कम नहीं हो रहा है। आज हालात और विकट हो गए हैं। इससे लोगों को घराें से बाहर न निकलने की अपील की गई है। सुप्रीम कोर्ट में भी इस मसले (Delhi air pollution) पर सुनवाई शुरू हो गई है। शनिवार को सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत में तीन न्यायाधीशों की पीठ ने केंद्र सरकार से तीखे सवाल पूछे और लॉकडाउन लगाने से जुड़ा सवाल पूछा।
मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण की अध्यक्षता में जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जज जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने केंद्र से पूछा कि आखिर अब तक सरकार ने क्या किया? सुप्रीम कोर्ट ने पूछा पराली नष्ट करने के लिए किसानों को मुफ्त मशीन क्यों नहीं दी जा रही है। कोर्ट ने कहा कि हालात (Delhi air pollution) बहुत खराब हैं। घर में भी मास्क लगाने जैसी स्थिति है। पीठ ने पूछा- सिर्फ पराली की बात क्यों हो रही है? पटाखों और वाहन से होने वाले प्रदूषण (Delhi air pollution) का क्या? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा ‘हमें बताएं कि हम एक्यूआई को 500 से कम से कम 200 अंक कैसे कम कर सकते हैं। कुछ जरूरी उपाय करें। क्या आप दो दिन के लॉकडाउन या किसी और उपाय के बारे में सोच सकते हैं? लोग कैसे रहेंगे?
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तुरंत इमरजेंसी बैठक बुलाइए और जरूरी फैसले लीजिए। इस पर केंद्र का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि आज ही इमरजेंसी बैठक होनी है। कोर्ट ने कहा कि इस मसले को राजनीति और सरकार से अलग देखने की जरूरत है। पहले दिल्ली को कंट्रोल कीजिए, बाकी फिर देखेंगे। अदालत ने कहा कि इमरजेंसी बैठक में कुछ फैसले लीजिए ताकि 2-3 दिन में स्थिति सुधर जाए।
बता दें सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी वेदर फोरकास्टिंग रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता शनिवार सुबह 7:35 बजे 499 के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) थी। यह गंभीर श्रेणी में आता है। शुक्रवार को शाम 4 बजे, राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 471 था।
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