न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट उत्तराखंड सैन्य धाम (Military Dham) के निर्माण को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसी के तहत बुधवार यानी आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह देहरादून के गुनियाल गांव पुरुकुल में बनने जा रहे सैन्य धाम की नींव रखेंगे और भूमि पूजन करेंगे।
प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के मुताबिक उत्तराखंड में चारधाम हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड में पांचवां धाम सैन्य धाम (Military Dham) होना चाहिए। इस पर काम करते हुए देहरादून स्थित गुनियाल गांव पुरुकुल में 63 करोड़ रुपये की लागत से विशाल सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है।
CDS बिपिन रावत ने नाम पर होगा मुख्य प्रवेश द्वार
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि गुनियाल गांव पुरुकुल में बन रहे इस सैन्य धाम का मुख्य प्रवेश द्वार देश के प्रथम CDS जनरल बिपिन रावत के नाम पर बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से चल रही सैनिक सम्मान यात्रा के दौरान पहले विश्व युद्ध से लेकर आज तक के शहीदों के घर के आंगन से पवित्र मिट्टी एकत्र कर सैन्य धाम का 15 दिसंबर को भूमि पूजन किया जाना है।
204 शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा
भूमि पूजन के दौरान देहरादून के 204 शहीदों के परिवारों को सम्मानित भी किया जाएगा। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि किसी शहीद को वापस लाना उनके बस में नहीं है। लेकिन उनका सम्मान करना और उनकी यादों को जिंदा रखना हर एक नागरिक का परम कर्तव्य है। इस सैन्य धाम (Military Dham) के निर्माण लक्ष्य उन सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देना है, जिन्होंने राष्ट्र रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी। भूमि पूजन के इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे।
ये है इस धाम की खासियत
सैन्य धाम (Military Dham) के लिए भूमि पूजन के अवसर पर उत्तराखंड के 1734 वीर शहीदों के परिवारों के आंगन की मिट्टी यहां लाई जाएगी और उसी से भूमि पूजन होगा। वीर शहीदों के परिवारों के आंगन की मिट्टी लाने के लिए 15 नवंबर से प्रत्येक जनपद और ब्लॉक में शहीद सम्मान यात्रा निकाली गई है। देहरादून के गुनियालगांव में लगभग 50 बीघा भूमि पर सैन्य धाम का निर्माण होगा। सैन्य धाम में पूजनीय बाबा हरभजन सिंह और जसंवत सिंह के मंदिर बनेंगे। धाम के अतिरिक्त यहां इतिहास और शौर्य गाथाओं की झांकी भी सजाई जाएगी। सैन्यधाम में एक भव्य तथा दिव्य शौर्य स्तूप बनेगा, जो इसकी ख़ासियत होगी। यहां लाइट एंड साउंड शो, वीर गाथाओं के प्रसारण हेतु थिएटर, संग्रहालय भी बनाए जाएंगे। भारतीय थल सेना का प्रतीक टैंक, वायु सेना का प्रतीक लड़ाकू विमान एवं नौसेना के प्रतीक शिप भी यहां होंगे।
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