किच्छा : कोरोनाकाल में मानवता के दुश्मन पूरी तरह से लोगों की मजबूरी का फायदा उठाने में लगे हैं। ऊधमसिंह नगर में कुछ ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां किच्छा में कोरोना की फर्ज जाच करने वाली एक लैब पकड़ी गई है, जो बिना किसी अनुमति के चल रही थी। इसको एक महिला और नाबालिग चला रहा था। सूचना पर बिना एसटीएफ, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इसका खुलासा हो गया।
स्पेशल टास्क फोर्स को किच्छा में यूनिटी पैथोलॉजिकल लैब में बिना अनुमति आरटीपीसीआर किट के माध्यम से कोरोना संक्रमण की जांच होने की सूचना मिली। इस पर एसटीएफ के निरीक्षक एमपी ने किच्छा पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम को साथ लेकर मंगलवार शाम ग्राहक बनकर वहां पहुंच गए। टीम ने वहां कार्यरत युवक व महिला को रंगे हाथ पकड़ लिया। कोरोना जांच के लिए सरकार द्वारा निर्धारित सात सौ रुपये के स्थान पर लैब संचालिका द्वारा 1,650 रुपये वसूले जा रहे थे। जांच में युवक नाबालिग निकला। महिला ने अपना नाम हिना खान पुत्री मो. मुजीब निवासी वार्ड सिरोली कलां थाना पुलभट्टा किच्छा बताया। हिना खान लैब की अनुमति के साथ ही बरामद आरटीपीसीआर किट से संबंधित कोई दस्तावेज भी नहीं दिखा पाई। पुलिस ने बरामद सामान जब्त कर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है