न्यूज जंक्शन 24, बागेश्वर। जिले के कपकोट क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक मां ने अपनी बेटी को तीन दिनों तक कमरे में बंद कर दिया और उसे खाना भी नहीं दिया। कमरे में बंधक बनी भूखी-प्यासी बेटी का हाल जब ग्रामीणों को पता चला तो उन लोगों ने पुलिस और बाल कल्याण समिति को सूचना देकर बेटी को आजाद कराया। मां ने अपनी ही बेटी के साथ ऐसा किस लिए क्या, वजह अभी साफ नही हो सकी है।
कपकोट के थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नगरकोटी ने बताया कि कपकोट में एक महिला ने अपनी 17 वर्षीय बेटी को तीन दिन से भूखा-प्यासा रखकर कमरे में बंद कर दिया था। इस घटना का पता ग्रामीणों ने सूचना बाल कल्याण समिति दी थी। समिति ने ही सूचना कपकोट थाने को दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बेटी को बंधनमुक्त कर कपकोट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
थानाध्यक्ष के अनुसार घर पर मां-बेटी ही रहती थी। महिला के पति यानी किशोरी के पिता की मौत हो चुकी है। इस कारण किशोरी की मां पहले से ही मानसिक रूप से अस्वस्थ है, जिसके कारण किशोरी भी अवसाद में आ गई। दो महीने पहले परिजनों ने किशोरी को जिला अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया। इसके बाद उसका हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज किया गया। सुधार न होने पर उसे देहरादून के सेलाकुई स्थित मानसिक रोग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन पहले किशोरी को उसका रिश्तेदार देहरादून से कपकोट ले आया था। फिलहाल अभी कपकोट सीएचसी में किशोरी का इलाज किया जा रहा है। उसकी हरसंभव मदद की जाएगी।
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