नैनीताल सीट : संजीव आर्य के शामिल होने से कांगेस छोड़ने की धमकी देने वाली पूर्व विधायक सरिता को हरदा ने यह दिया मंत्र…

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सौरभ बजाज, हल्द्वानी

दो दिन पहले ही भाजपा को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नैनीताल के विधायक संजीव आर्य को लेकर कांग्रेस की पूर्व विधायक सरिता आर्य आशंकित हो गई हैं। उन्होंने कहा था कि नैनीताल से उनका टिकट कटा तो वह पार्टी छोड़ देंगी। इधर, मंगलवार को रामनगर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरिता आर्य की आशंका को दूर कर दिया। उन्होंने कहा कि वह चिंता न करें, अभी वह राजनीति में मौजूद हैं। अब क्या भरोसा सरिता आर्य को दिया गया है, यह तो वही जानती होंगी पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों में कुहासा छाया हुआ है।

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे yashpal Arya अपने विधायक बेटे sanjeev आर्य के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। sanjeev Arya नैनीताल विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2017 में वह अपने पिता यशपाल आर्य के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने यशपाल आर्य को उधम सिंह नगर जिले की बाजपुर सुरक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया था तो उनके बेटे sanjeev आर्य को पहली बार नैनीताल विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया था। दोनों ही विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे, लेकिन साडे 4 साल के कार्यकाल से कैबिनेट मंत्री रहने के बाद भी सरकार और संगठन की कार्यशैली को लेकर असंतुष्ट यशपाल आर्य ने पुत्र समेत भाजपा को अलविदा कह दिया और सोमवार के लिए कांग्रेस ज्वाइन कर ली। कांग्रेस में शामिल होते ही नैनीताल से कांग्रेस की पूर्व विधायक सरिता आर्या को यह खटकने लगा कि शायद पार्टी उनका टिकट काट देगी। इसी आशंका को देख उन्होंने पत्रकार वार्ता बुला ली और पार्टी को दो टूक चेतावनी दे दी कि अगर उनका टिकट काटा गया तो वह पार्टी छोड़ देंगी। पूर्व विधायक सरिता आर्या महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं, उनकी चेतावनी से पार्टी में हलचल मच गई। आनन-फानन में शीर्ष नेताओं ने उनसे वार्ता की। मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत रामनगर पहुंचे थे, जहां उनकी मुलाकात सरिता आर्य से हुई। हरीश रावत ने सरिता आर्या से बात की और भरोसा दिलाया उनके रहते वह चिंता न करें। अभी तो वह सक्रिय राजनीति में मौजूद हैं। उनका सम्मान बरकरार रखा जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की घोषणा के बाद सरिता आर्य कुछ आश्वस्त तो दिखी लेकिन अभी भी आशंकित जरूर हैं। समर्थक और कार्यकर्ताओं में भी अजीब स्थिति पैदा हो गई है। उनका कहना है कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी हाईकमान टिकट तो sanjeev Arya को देगा। ऐसे में सरिता आर्य को पार्टी कहां और कैसे सम्मान देगी, यह देखना होगा। दो महीने बाद विधानसभा चुनाव का सामना करने जा रही कांग्रेस दोनों में कैसे सामंजस्य बैठा पाएगी यह देखना दिलचस्प होगा।