न्यूज जंक्शन 24, चंपावत। उत्तराखंड में मौजूद प्रसिद्ध पूर्णागिरि धाम में लगने वाले ऐतिहासिक मेले में प्रतिभाग करने वाले श्रद्धालुओं को अब पंजीकरण कराना आवश्यक है। जिन श्रद्धालुओं का पंजीकरण नहीं होगा वे मेले में भाग नहीं ले सकेंगे। मेले में प्रतिदिन दस हजार श्रद्धालु ही भाग ले सकेंगे।
मेला प्रशासन की ओर से रविवार को जारी गाइड लाइन में यह जानकारी दी गयी है। गाइड लाइन के अनुसार मेले में भाग लेने के लिये श्रद्धालुओं के लिये पंजीकरण आवश्यक है। मेला प्रशासन की ओर से प्रतिदिन दस हजार पंजीकरण की ही अनुमति दी गयी है। इसके बाद पंजीकरण नहीं होगा। इससे साफ है कि प्रतिदिन दस हजार श्रद्धालु ही मेले में जा सकेंगे। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिये मास्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना भी अनिवार्य कर होगा।
मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से यह भी अनुरोध किया गया है कि वह गर्मियों के सीजन को देखते हुए जंगल में खाना न बनायें और बीड़ी एवं सिगरेट का प्रयोग न करें।
गाइड लाइन में साफ कहा गया है कि जो श्रद्धालु कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि हर साल की तरह इस साल भी पूर्णागिरि में 30 मार्च से पूर्णागिरि मेले का आयोजन किया जा रहा है। मेला 3० अप्रैल तक चलेगा। मेले में देश ही नहीं विदेश खासकर नेपाल के श्रद्धालु भारी में मात्रा में प्रतिभाग करते हैं।