न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि व्यापक यात्रा प्रतिबंध ओमिक्रॉन के प्रसार को नहीं रोक पाएंगे। इसलिए 60 से अधिक उम्र के लोगों को अपनी यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए यात्रा करने की सलाह पर बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि व्यापक यात्रा प्रतिबंध नए कोरोना वैरिएंट के प्रसार को नहीं रोकेगा और वे जीवन और आजीविका पर भारी बोझ डालेगा। आगे इसमें कहा गया है कि 60 से अधिक उम्र के लोगों को यात्रा स्थगित करने की सलाह दी जानी चाहिए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि प्रारंभित नतीजों से पता चला है कि जिन लोगों को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है, उन्हें ज्यादा ही बचाव करने की जरूरत है। क्योंकि नए वैरिएंट में तेजी से म्यूटेशन हो रहे हैं और यह कोरोना संक्रमित हो चुके व्यक्तियों में तेजी से फैल सकता है। डेल्टा व डेल्टा प्लस के अलावा कोरोना के जितने भी वैरिएंट सामने आए हैं, वह कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरा बने हैं, जिन लोगों की कोरोना के कारण मृत्यु हुई, उसमें भी ज्यादातर ऐसे ही लोग थे जो शारीरिक तौर पर कमजोर थे। इसलिए नए वैरिएंट के संभावित खतरे के बीच एहतियात ही सबसे बड़ा हथियार है।
वैक्सीनेशन पूरा किया जाना जरूरी
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसेस का कहना है कि हम पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने में जितना ज्यादा समय लगाएंगे, वायरस उतनी तेजी से म्यूटेट होगा और तेजी से फैलेगा। इसलिए वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि सभी को दोनों खुराक लगाई जाएं।
बहुत अधिक जोखिम भरा है ओमिक्रॉन
डब्ल्यूएचओ ने कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट से वैश्विक जोखिम को लेकर सख्त व स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अब तक के सुबूतों से यह साफ है भारी म्यूटेशन के बाद कोविड-19 का यह वैरिएंट विश्व स्तर पर गंभीर नतीजे छोड़ सकता है। इस बीच जापान, फ्रांस व स्पेन में ओमिक्रॉन संक्रमण के चिंता बढ़ाने वाले नए मामले सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसेस ने चेताया, यह न मानें कि कोविड हमारे बीच से चला गया है। ओमिक्रॉन से साफ संदेश मिलता है कि अभी कोविड से लंबी लड़ाई लड़नी है। सभी सदस्य देशों को जारी एक सुझाव में डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन को लेकर कहा कि इसे लेकर काफी अनिश्चितताएं हैं, लेकिन प्रारंभिक साक्ष्य बताते हैं कि ढेर सारे म्यूटेशन के कारण यह वैक्सीन और प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया से बच सकता है।
इस कारण इसकी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की क्षमता को बढ़ जाती है। इन विशेषताओं के आधार पर माना जा सकता है कि ओमिक्रॉन के चलते आने वाले दिनों में कोविड संक्रमण के नए मामलों में वैश्विक स्तर पर भारी वृद्धि हो सकती है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
ऐसे ही लेटेस्ट व रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।