बरेली के 14 हजार गरीब मेधावी बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे अफसर, इस योजना का मिलेगा लाभ

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बरेली। माध्यमिक स्कूलों में राइजिंग स्टार योजना के बाद कमिश्नर ने अब परिषदीय    स्कूलों के मेधावी छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए बड़ा कदम उठाया है। कमिश्नर ने 14 हजार मेधावी छात्रों को चिह्नित कराया है। अब मंडलीय अधिकारी अभिभावक बन इनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।


 कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने माध्यमिक स्कूलों के प्रतिभाशाली छात्रों के उत्थान के लिए राइजिंग स्टार योजना शुरू की थी। योजना की जिम्मेदारी जेडी डा प्रदीप कुमार को दी गई है। इसके साथ ही परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं के उत्थान के लिए भी विशेष योजना शुरू की गई है। कमिश्नर ने चारों जिलों के जूनियर हाईस्कूलों में पढ़ रहे कक्षा छह से आठवीं तक के मेधावी छात्रों की सूची तैयार कराई है।

सूची में 14 हजार छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है। अब इनकी जिम्मेदारी मंडलीय अधिकारियों को दी गई है। जनवरी से इस योजना पर पूरी तरह से काम शुरू हो जाएगी। इसके लिए एक मंडलीय समिति भी बनाई गई है। यदि क्रियान्वयन में कोई दिक्कत आती है तो संबंधित अधिकारी को तत्काल मंडलीय समिति में सूचना देनी होगी।

बच्चों-अभिभावकों की करेंगे काउंसलिंग
कमिश्नर ने निर्देश दिया है कि हर मंडलीय अधिकारी सूची में शामिल बच्चों को गोद लेगा। जिन बच्चों को गोद लेना है उनकी लिस्ट जल्द ही अधिकारियों को भेज दी जाएगी। गोद लेने के बाद अधिकारी हर महीने दो दिन स्कूल जाएंगे। यह लोग मेधावियों की काउंसलिंग करेंगे। माता-पिता से बातचीत कर परिवार का हाल भी जानेंगे। यदि बच्चों की परवरिश और पढ़ाई में कोई दिक्कत आती है तो उसका समाधान कराएंगे।

किसी भी हाल में नहीं छूटे पढ़ाई
योजना में सबसे ज्यादा फोकस इस बात है कि छात्र की पढ़ाई किसी भी हाल में नहीं छूटनी चाहिए। अधिकारी लगातार इस बात पर नजर रखेंगे कि छात्र लगातार स्कूल आ रहा है या नहीं। कक्षा आठ पास होने के बाद उसने कक्षा नौ में प्रवेश लिया है या नहीं। यदि प्रवेश नहीं लिया है तो उसे प्रवेश दिलाया जाएगा।