न्यूज जंक्शन 24, बरेली। एमबी इंटर कॉलेज के सामने एक युवक सड़क पर पड़ा था। लोग गुजरते रहे लेकिन सबने सोचा कि शराब पीकर कोई पड़ा है। काफी देर तक जब युवक नहीं उठा तो कुछ लोगों ने शाम को पास जाकर देखा तो उसकी सांस थम चुकी थी। सूचना पर पुलिस पहुंची तो उसकी जेब से सुसाइड नोट बरामद हुआ।
शव की पहचान आर्य समाज मंदिर के पास भूड़ निवासी अरुण कुमार के रूप में हुई। वह किसी निजी अस्पताल का कर्मचारी था। शनिवार शाम करीब साढ़े 7 बजे यूपी 112 पर किसी ने सूचना दी कि शख्स मृत पड़ा है। इसके बाद पुलिस पहुंची और उसकी तलाशी ली। उसकी पहचान के बाद परिजनों को सूचना दी। पत्नी ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है।
बताया जा रहा है कि वह सुबह से ही नल के पास बेहोश पड़ा था लेकिन लोगों ने नशेड़ी समझकर न तो उसकी हालत जानी और न ही पुलिस को सूचना दी। हो सकता था कि समय पर सूचना मिल जाती तो उसकी जान भी बच सकती थी। बताया जा रहा है कि उसने 17 साल पहले एक लाख रुपये का कर्ज लिया था लेकिन अभी तक वह सूदखोरों का कर्ज चुका रहा था। इसकी शिकायत प्रेमनगर थाने में की थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। शनिवार को सूदखोर ने घर आकर बेइज्जती की। इसके बाद उसने आत्मघाती कदम उठा लिया।
जेब में मिले सुसाइड नोट में ये लिखी बात
सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि सबको मेरा नमस्कार। सरिता आज सुबह जो मेरे दरवाजे पर इज्जत उतरी है। बीवी बच्चों के सामने तो उस आदमी का जीना बेकार है। मुस्कान, खुशी का ध्यान रखना। तुमसे और बच्चों से मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं जो मैं इस जन्म में नहीं कर पाया वो अगले जन्म में करूंगा। सभी बच्चों से बेटा मन लगाकर पढ़ना। तीनों बच्चों को बहुत-बहुत प्यार। मम्मी-पापा का ध्यान रखना। मेरी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं। हालांकि सुसाइड नोट में काफी कटिंग है। इंस्पेक्टर प्रेमनगर अवनीश ने बताया कि सुसाइड नोट में लिखी बातों के बारे में पत्नी और मकान मालिक से पूछा लेकिन कोई जानकारी नहीं दी है। सिर्फ इतना बताया है कि सुबह फोन आया था। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।