बरेली। नकटिया स्थित 8वीं वाहिनी पीएसी कैंप में पुलिस भर्ती दौड़ के दौरान आखिरी राउंड की फिनिशिंग लाइन क्रॉस करने के बाद बागपत की महिला अभ्यर्थी अचानक गश खाकर गिर गई। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है। वहीं, मुजफ्फरनगर की एक दूसरी अभ्यर्थी पांचवें राउंड में गश खाकर गिर गई। उसकी हालत अब ठीक है।
बरेली में पिछले कई दिनों से पुलिस और पीएसी के लिए भर्ती चल रही है। बागपत के फजलनगर की अंशिका अपने पिता रामवीर सिंह के साथ भर्ती रैली में शामिल होने आई थी। बुधवार सुबह नकटिया के पीएसी कैंप में सभी महिला अभ्यर्थियों की दौड़ हुई। अंशिका ने दौड़ पूरी कर ली मगर फिनिशिंग लाइन पर पहुंचते ही वह बेहोश होकर गिर पड़ी और फिर नहीं उठी। अंशिका के साथ दौड़ रही मुजफ्फरनगर के बेहड़ा सादात की शालिनी पांचवें राउंड में गश खाकर गिर पड़ी।
दोनों के गिरते ही दौड़ में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने दोनों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने अंशिका को मृत घोषित कर दिया। जबकि, शालिनी को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। शालिनी की हालत अब खतरे से बाहर है। अंशिका की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पीएसी कमांडेट विजय कुमार वैध व कमलेश बहादुर, एसपी ग्रामीण डा. संसार सिंह जिला अस्पताल पहुंचे और अंशिका के पिता को ढांढस बंधाया। अंशिका के पिता ने बताया कि वह अपने घर की सबसे बड़ी बेटी थी। उसका एकमात्र लक्ष्य पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करना था। बेटी की मौत से उन्हें गहरा सदमा लगा है।
डॉक्टरों ने बताया-मौत का ये कारण
शहर के जाने माने फिजीशियन डॉ. सुदीप सरन ने बताया कि इस तरह की मौत के लिए सिंकोपल अटैक जिम्मेदार होता है। ऐसे में कभी भी दिल की धड़कन रुक जाती है। कई बार दिल की धड़कन लौट भी आती है मगर कुछ मामलों में मौत भी हो जाती है। ऐसा तब होता है जब हम अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक काम जबरन करते हैं और तनाव में होते हैं। जाड़ों में ऐसे अटैक की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि शरीर किसी भी काम को करने के लिए ज्यादा ऊर्जा मांगता है। मौसम में तेजी से होने वाला बदलाव भी इसके लिए जिम्मेदार होता है।