सिंगापुर चीनी की अत्याधिक मात्रा वाले अस्वास्थ्यकर पेय पदार्थों की प्रचार सामग्री पर प्रतिबंध लगाने वाला विश्व का पहला देश जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि यह मधुमेह के बढ़ते मामलों से लड़ने का नवीनतम कदम है।
कम स्वास्थ्यकर घोषित किए गए उत्पादों को अब अपनी पैकिंग पर पोषक तत्वों और शर्करा की मात्रा लिखनी होगी। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक उत्पादों का इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया में प्रचार पर पूरी तरह प्रतिबंध होगा। मंत्रालय ने कहा कि यह कदम उपभोक्ता पर प्रचार सामग्री के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से उठाया गया है। भविष्य में चीनी पर कर या प्रतिबंध लगाया जा सकता है। मंत्रालय ने चीनी युक्त पेय पदार्थ निर्माता कंपनियों से पेय में चीनी की मात्रा कम करने का आग्रह किया है। अंतरराष्ट्रीय मधुमेह संघ के अनुसार सिंगापुर के 13.7 प्रतिशत वयस्क मधुमेह से ग्रस्त हैं, जो विकसित देशों में सर्वाधिक है। आज विश्व में 42 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। यह संख्या 2045 तक 62.9 करोड़ हो जाने की आशंका है।
इस बीमारी के बढ़ने के कारण सिंगापुर में अधिक सुगर वाले पेय पदार्थों के प्रचार-प्रसार पर रोक
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