विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम के लिए तैयार हुआ 60 करोड़ का प्रोजेक्ट, आने वाले समय में यहां मिलेंगी ये सुविधाएं

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# Kainchi Dham Fair diversion plan
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हल्द्वानी। बाबा नीम करौली महाराज का कैंची धाम आने वाले समय में और भव्य होगा। इसके आसपास का इलाका भी नए रंग-रूप में नजर आएगा। जिला प्रशासन ने इसे कुमाऊं के आध्यात्मिक आकर्षण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 60 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट में मंदिर के आसपास के क्षेत्र में पार्किंग, मेडिटेशन सेंटर, होटल, रेस्टोरेंट और अन्य सुविधाएं बढ़ाकर इसे चार धाम की तर्ज पर विकसित करने की बात कही गई है। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए अभी प्रदेश सरकार के पास भेजा गया है। वहां से इसे मंजूरी मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।

कैंची धाम मंदिर में हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। 15 जून को इस मंदिर के स्थापना दिवस के मौक पर तो देश के दूसरे राज्यों के साथ ही विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचते थे। इनकी संख्या लाखों में होती है, मगर यहां इनके ठहरने, खाने-पीने और वाहनों की पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे इन श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ती है। इसे देखते हुए ही कुछ दिनों पहले ही नैनीताल दौरे पर आए मुख्य सचिव एसएस संधू ने जिला प्रशासन को आदेश दिया था कि वे कैंची धाम को चार धाम की तर्ज पर विकसित करने के लिए प्रस्ताव तैयार करें, ताकि यहां सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा सके। इसके बाद ही जिला प्रशासन ने 60 करोड़ का यह प्रोजेक्ट तैयार किया है।

400 वाहनों के लिए होगी पार्किंग, पहाड़ी शैली में बनेंगे भवन

इस बारे में डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मंदिर के भीतर कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। मंदिर के बाहर स्थित करीब एक किमी के दायरे में सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिसमें करीब 400 वाहनों के लिए पार्किंग, रहने के लिए अच्छे होटल, रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। साथ ही क्षेत्र में मेडिटेशन सेंटर बनाने की भी योजना है। इससे यहां पहुंचने वाले भक्त प्रकृति के बीच ध्यान लगा सकेंगे। पार्किंग निर्माण के लिए विभागीय स्तर पर सर्वे भी शुरू कर दिया गया है। डीएम ने बताया कि धाम के आस-पास बनने वाले होटल और रेस्टोरेंट पहाड़ी शैली में बनेंगे। इसके लिए अल्मोड़ा का पत्थर इस्तेमाल किया जाएगा और काम क्षेत्रीय कारीगरों से कराया जाएगा। इससे यहां पहुंचने वाले लोग पहाड़ी वास्तुकला शैली से भी रूबरू हो सकेंगे।

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