खुलासा : हल्द्वानी में बिक रहा नकली सैनिटाइजर, तीन मेडिकल स्टोरों पर जुर्माना, असली की पहचान के लिए खरीदते वक्त ये चीजें जरूर देखें

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हल्द्वानी। बाजार में नकली सामान की बाढ़ सी आ गई है। दवाइयां भी इससे अछूती नहीं हैं। अब शनिवार को ही हल्द्वानी के तीन मेडिकल स्टोरों में नकली सैनिटाइजर पकड़े गए हैं। बाट-माप विभाग ने इस दवाइयों के इस नकली खेल से पर्दा उठाया है। यह हाल तब है जब कोरोना से बचने के लिए इनका बहुतायत में इस्तेमाल हो रहा है, मगर काले धंधे करने वाले कई लोग लोगों की सेहत से खेलकर अपना फायदा बनाने में लगे हैं।

बाट माप विभाग की वरिष्ठ निरीक्षक शांति भंडारी ने बताया कि हिमाचल में एक ब्रांडेड कंपनी के नाम पर ये नकली सैनिटाइजर बेचे रहे हैं। हल्द्वानी के अधिकांश मेडिकल स्टोरों में यही बिक रहा है। हमने जब सैनिटाइज के बोतलों की जांच की तो उसमें कंपनी का कस्टमटर केयर नंबर और ईमेल आईडी दोनों ही नहीं मिले, जबकि किसी भी प्रॉडक्ट पर इनकी जानकारी दिया जाना बेहद जरूरी है। इसी से हमे शक हुआ और संबंधित कपंनी से संपर्क किया गया, मगर हिमाचल की उस कंपनी अपना प्रॉडक्ट होने से इन्कार कर दिया। साथ ही वहीं पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, जिसकी कॉपी भी हमें वहां से मिली। हिमाचल की कंपनी उनकी कंपनी के नाम पर नकली सैनिटाइजर बेचने वाले का पता लगा रही है। हम भी इस ओर जांच कर रहे हैं। उस पर कार्रवाई होगी।

इन मेडिकल स्टोरों पर लगाया जुर्माना

शांति भंडारी ने ये भी बताया कि नकली सैनिटाइजर बागनाथ, रिद्धि के साथ ही बालाजी मेडिकल स्टोर से बरामद किया गया था। इन सभी को नोटिस भी दिया गया। इनमें से बागनाथ और रिद्धि मेडिकल स्टोर ने 10-10 हजार रुपये जुर्माना जमा कर दिया है। तीसरे मेडिकल स्टोर बालाजी स्टोर ने जुर्माना जमा नहीं किया है। उसके संचालक का कहना है कि जिस कंपनी ने हमें ये प्रॉडक्ट दिया है, जुर्माना भी वही भरेगा। हम अन्य मेडिकल स्टोरों की भी जांच करेंगे।

दो कंपनियों पर 50-50 हजार का जुर्माना

शांति भंडारी ने बताया कि प्रदेश में देहरादून की कंपनी का भी सैनिटाजर बिकता है। इसके सैनिटाइजर के बोतल में भी कस्टमर केयर नंबर व ई-मेल आइडी नहीं प्रिंट थी। बोतल में मैन्युफैक्चरिंग सोनीपत लिखा था। जब वहां पता लगाया गया तो उस नाम से कोई भी निर्माता नहीं मिला। इस पर कंपनी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, रामनगर की एक कंपनी ने भी कस्टमर केयर नंबर नहीं लिखा था। उसने गलती मानी और 50 हजार रुपये जुर्माना जमा कर दिया है।

इन टेस्ट से करें असली सैनिटाइजर की पहचान
  1. टॉयलेट पेपर पर परीक्षण- सैनिटाइजर की परख के लिए टॉयलेट पेपर या टिश्यू पेपर का उपयोग करें। इस पेपर के ऊपर एक छोटा गोला पेपर के बीचों बीच बना दें। अब इस गोले के ऊपर सैनिटाइजर डालें। अगर इस गोले की स्याही फैल जाती है तो समझ लीजिए आपके सैनिटाइजर में मिलावट है। सैनिटाइजर असली होगा तो इस गोले की स्याही बिल्कुल नहीं फैलेगी।
  2. हेयर ड्रायर परीक्षण- हैंड सैनिटाइजर को एक कटोरी में निकाल लें। अब इसे हेयर ड्रायर से सुखाएं। अगर आपका हैंड सैनिटाइजर असली है तो वह 3 से 5 सेकंड में सूख जाएगा। यदि यह सैनिटाइजर नकली हुआ तो इतने कम समय में नहीं सूखेगा और कटोरी में बचा रहेगा।
  3. आटे से परीक्षण करें- एक कटोरी में एक चम्मच आटा लीजिए इस आटे में थोड़ा सा हैंड सैनिटाइजर डालिए। अब इन दोनों को मिलाकर गूंथने की कोशिश कीजिए। अगर सैनिटाइजर असली है तो यह आटा एक साथ आकर गोला नहीं बनेगा। लेकिन अगर आपका सैनिटाइजर नकली है तो यह आटे को ठीक उसी तरह गूंथ देगा जैसे कि आटा पानी में गुथता है।
ये हैंड सैनिटाइजर ही खरीदें

उन्हीं हैंड सैनेटाइजर का चयन करें जिनमें 60 फीसदी अल्कोहल हो। इसे कम अल्कोहल वाले सैनिटाइजर हाथों को साफ करने में प्रभावी साबित नहीं होते। वहीं, 60 फीसदी से ज्यादा अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से हाथों की त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है। इससे त्वचा में जलन और लाल चकत्ते हो सकते हैं।

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