उत्तराखंड में सांसद की पत्नी के लिए नियम दरकिनार, पहुंचाया यह लाभ

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देहरादून : सत्ता की हनक क्या होती है, यह उदाहरण आखिरकार चुनाव की ओर बढ़ रही उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को दिखा दिया। गंभीर रूप से बीमार अथवा किसी परिस्थितियों से लाचार शिक्षक भले ही तबादले के लिए सरकार और विभागीय मुख्यालयों में चप्पलें घिस रहे हों, मगर यहां सांसद की पत्नी के लिए नियमों को दरकिनार करते हुए तबादला कर दिया गया। अल्मोड़ा के भाजपा सांसद की शिक्षिका पत्नी के लिए विभाग ने पिथौरागढ़ से देहरादून के लिए तबादला कर दिया है।

हैरान करने वाली बात यह है कि सरकार राज्य में तबादला सत्र को शून्य घोषित कर चुकी है। अब विभाग सिर्फ उन लोगों के तबादले ही कर सकता है जो विधवा हैैं, गंभीर रूप से बीमार हैैं अथवा विधुर शिक्षक हैैं। उनके अनुरोध पर ही ट्रांसफर पर विचार किया जा सकता हैं।

लेकिन यहां बैठक होने से पहले ही शिक्षा विभाग ने ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसकी प्रदेशभर में चर्चा शुरू हो गई है। मानक और नियमों की श्रेणी में न आते हुए भी राजकीय इंटर कालेज जुम्मा, जिला पिथौरागढ़ में कार्यरत अंग्रेजी विषय की लेक्चरर सोनल टम्टा का तबादला एससीईआरटी देहरादून में प्रवक्ता के रिक्त पद पर प्रतिनियुक्ति अथवा सेवा स्थानांतरण के रूप में कर दिया है।

शासन के पत्र के आधार पर उक्त शिक्षिका के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में अपर निदेशक एसपी खाली ने ट्रांसफर आदेश जारी किए हैं। सोनल टम्टा अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा की पत्नी हैं।