उत्तराखंड ऊर्जा निगम में घोटाला, अधिशासी अभियंता पर लगा आरोप, प्रबंध निदेशक ने दिए जांच के आदेश

147
खबर शेयर करें -

न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड ऊर्जा निगम में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इसमें अधिशासी अभियंता राजीव सिंह पर फर्जी हस्ताक्षर और जाली मोहर के जरिए मस्टरोल बिल के भुगतान करने की बात कही गयी है, जिसका संज्ञान लेते हुए खुद प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

दरअसल, ऊर्जा निगम में अधिशासी अभियंता राजीव सिंह पर फर्जी हस्ताक्षर और जाली मोहर के जरिए कर्मचारी के मस्टरोल बिल के भुगतान के मामले में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इस मामले में हुई प्रारंभिक जांच के दौरान अधिशासी अभियंता राजीव सिंह की भूमिका संदिग्ध बताई गई है। इस जांच के बाद राजीव सिंह को पिटकुल मुख्यालय में अटैच करने के आदेश भी दे दिए गए हैं।

इस पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी ने कड़ा रुख दिखाते हुए फौरन इस मामले पर जांच के आदेश भी दे दिए हैं। मामले को लेकर सीई एचएस ह्यांकी और उप महाप्रबंधक वित्त मनोज कुमार को जांच अधिकारी नामित करते हुए 1 महीने के भीतर मामले की विस्तृत जांच आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

से ही लेटेस्ट व रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।

हमारे फेसबुक ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।